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• Sat, 14 Sep 2024 4:49 pm IST


कर्णप्रयाग के बहुगुधानगर में बढ़ रही मकानों की दरारें


कर्णप्रयाग। कर्णप्रयाग के बहुगुणानगर में पिछले दो सालों से 34 परिवार खतरे के साए में रहने को मजबूर हैं। स्थानीय लोगों का कहना है कि मकान में दरार और आ
कर्णप्रयाग के बहुगुणानगर में पिछले दो सालों से 34 परिवार खतरे के साए में रहने को मजबूर हैं। स्थानीय लोगों का कहना है कि मकान में दरार और आंगन धंसने का दायरा लगातार बढ़ रहा है। सुरक्षा के उपाय न होने पर लोगों चिंता बढ़ती जा रही है। वहीं, सुभाषनगर में पांच मकानों और अपर बाजार में आठ मकानों को खतरा बना है। बहुगुणानगनर के पुष्कर रावत, हरेंद्र सिंह, वीपी सती व राकेश खंडूड़ी ने कहा कि बहुगुणानगर में 11 साल पहले सब्जी मंडी बनाने के लिए मशीनों से खुदाई की गई। जिससे बरसात में धीरे-धीरे भूधंसाव होना शुरू हुआ। वर्ष 2022 में वहां भूधंसाव का दायरा बढ़ने लगा और 39 मकानों में दरारें आ गई। प्रभावितों की मांग पर आईआईटी रूड़की की ओर से दो बार भूगर्भीय सर्वेक्षण किया जा चुका है, लेकिन अभी तक उसकी रिपोर्ट नहीं आई। कई बार प्रशासनिक अधिकारियों से सुरक्षा के उपाय करने को कहा गया। कोई सकारात्मक कार्रवाई न होने से अब हालत यह है कि कभी भी मकान गिरने से कोई हादसा हो सकता है।

हालत यह है कि लोगों को अपने इन्हीं क्षतिग्रस्त मकानों में रहना पड़ रहा है। कभी भी मकान की दीवारें गिर सकती हैं। बारिश में लोग रात को सो नहीं पा रहें हैं। दीवारों से मकान के अंदर साप व बिच्छू जैसे बिषैले जीव अंदर आ रहे हैं। प्रभावित लोगों ने मुख्यमंत्री और जिलाधिकारी से जल्द विस्थापन कराने की मांग की है।