पूर्व में घोषित यमुनोत्री जनपद को अस्तित्व में लाने की मांग पर स्थानीय लोगों ने तहसील मुख्यालय में जुलूस निकालकर प्रदर्शन किया। लोगों ने 1 नवंबर से भूख हड़ताल की चेतावनी दी है। इस संबंध में मुख्यमंत्री को ज्ञापन भी भेजा गया है।
बृहस्पतिवार को स्थानीय लोगों ने संयुक्त (घोषित) जनपद संघर्ष समिति के बैनर तले बड़कोट तहसील मुख्यालय में प्रदर्शन किया। समिति के केंद्रीय अध्यक्ष अब्बल चंद कुमाई ने कहा कि 15 अगस्त 2011 को तत्कालीन मुख्यमंत्री रमेश चंद्र पोखरियाल ने चार जनपदों की घोषणा की थी। इनमें कोटद्वार, यमुनोत्री, डीडीहाट व रानीहाट शामिल थे। लेकिन आज तक इन जनपदों को अस्तित्व में नहीं लाया गया है।