पिछले हफ्ते केके के निधन के बाद से मिसमैनेजमेंट
के लिए नज़रूल मंच के प्रबंधकों पर कई उंगलियां उठाई गईं। हालांकि रिपोर्ट्स में मौजूद इतनी नेगेटिव बातों के बावजूद गायक सोनू निगम
कोलकाता में प्रदर्शन करने के लिए सहमत हो गए हैं।
मीडिया रिपोर्ट में इवेंट के आयोजक तोचन घोष के हवाले से कहा गया, “हां,
हमने
सोनू निगम के साथ शुरुआती बातचीत की थी। वह कोलकाता में परफॉर्म करने के लिए तैयार
है और अगर सब कुछ प्लैन के मुताबिक रहा तो हम उन्हें जुलाई में कोलकाता में लाइव
परफॉर्म करते देखेंगे। जो लोग अफवाह फैला रहे हैं कि कोलकाता कलाकारों के लिए
सुरक्षित नहीं है, उन लोगों को उनकी परफॉर्मेंस के बाद इसका जवाब मिल जाएगा।” बता दें कि केके
को शहर में लाने वाला भी घोष ही था।
घोष ने प्रकाशन को आगे बताया,“अगर मुझे सही से याद है तो हाल ही में बेंगलुरु में एक घटना हुई थी जिसमें कन्नड़ गायक वारियर ने अपने लाइव गिग के दौरान कुप्रबंधन के कारण अपना पैर तोड़ दिया था। मंच के सामने एक बड़ा सा छेद था। क्या आपने कभी किसी बाहरी कलाकार को दर्शकों से किसी भी तरह के शारीरिक उत्पीड़न की शिकायत करते सुना है? ऐसी घटना हाल ही में चंडीगढ़ में हुई जब मीका सिंह को भीड़भाड़ वाली जगह के कारण लगभग घुटन महसूस हुई। ये चीजें किसी भी बड़े कॉन्सर्ट का हिस्सा होती हैं। कोलकाता में, हम गायकों की सुरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता के साथ देखते हैं।”
इस बीच, कलकत्ता उच्च न्यायालय ने गायक केके की मौत की स्वतंत्र जांच की मांग वाली एक जनहित याचिका को स्वीकार कर लिया है। एडवोकेट रबीशंकर चट्टोपाध्याय ने सोमवार को जनहित याचिका दायर की थी। उन्होंने आयोजकों की ओर से लापरवाही का दावा करते हुए केके की मौत की सीबीआई जांच की मांग की। याचिका में पुलिस पर गायक के लिए तनावपूर्ण स्थिति पैदा करने का भी आरोप लगाया गया है। इसने यह भी दावा किया कि पुलिस ने कार्यक्रम स्थल पर भीड़भाड़ को रोकने के लिए आवश्यक कार्रवाई नहीं की। केके का निधन 31 मई की रात को कोलकाता में एक संगीत कार्यक्रम में प्रस्तुति देने के दौरान हुआ था।