बागेश्वर। वृक्ष पुरुष के नाम से प्रसिद्ध पर्यावरण संरक्षण के पुरोधा किशन सिंह मलड़ा को प्रतिष्ठित पद्मश्री पुरस्कार देने को लेकर मुहिम छिड़ गई है। पर्यावरण संरक्षण का पर्याय बन चुके मलड़ा
35 वर्षों से धरती को हराभरा करने की मुहिम में जुटे हैं। वह अब तक 6.80 लाख पौधों को पेड़ बना चुके हैं।
जिला मुख्यालय के मंडलसेरा निवासी किशन सिंह मलड़ा ने वर्ष 1986 से पर्यावरण संरक्षण की मुहिम छेड़ रखी है। वह उत्तराखंड के सभी 13 जिलों में पौधरोपण कर चुके हैं। मलड़ा न केवल वर्षभर पौधारोपण करते हैं बल्कि लोगों और विभिन्न संस्थानों को निशुल्क पौधे भी उपलब्ध कराते हैं। पौधरोपण को धरती माता की सेवा मानने वाले मलड़ा का संपूर्ण जीवन पर्यावरण संरक्षण के लिए समर्पित हो गया है। उनके समर्पण का असर है कि उनके पास विदेशों से भी शोधार्थी शोध के लिए पहुंचते हैं।