चमोली-चमोली जिले के उर्गम घाटी के ग्रामीणों का वन संपदा से बेहद लगाव है। ग्रामीणों की ओर से वर्ष 1996 में तैयार किया गया मिश्रित वन आज घाटी में हरियाली बिखेर रहा है। महिलाएं मिश्रित वन के एक-एक पौधे की देखभाल अपने बच्चों की तरह करतीं हैं। यही वजह है कि इन 25 सालों में कभी भी इस मिश्रित वन में वनाग्नि की घटना नहीं हुई।