जब से मार्केट में चीनी मांझे आए हैं। तब से पतंगबाजी पर कानून खतरा मंडराने लगा है। लेकिन पतंगबाजी प्रेमियों के लिए राहत की खबर है। दरअसल, स्वतंत्रता दिवस पर राजधानी में लोग पतंगबाजी कर सकेंगे लेकिन चीनी मांझे के बिना।
कोर्ट ने राष्ट्रीय राजधानी में पतंगबाजी पर पूर्ण प्रतिबंध लगाने से इनकार करते हुए कहा कि, यह धर्म और संस्कृति से जुड़ा हुआ मुद्दा है। इसलिए इसपर रोक नहीं लगाई जा सकती है। साथ ही सरकार और पुलिस को एनजीटी के आदेश का पालन करने को लेकर निर्देश दिया है।
मुख्य न्यायाधीश सतीश चंद्र शर्मा और न्यायमूर्ति सुब्रमणयम प्रसाद की पीठ ने कहा कि, एनजीटी पहले ही चीनी सिंथेटिक मांझा पर पूरी तरह से प्रतिबंध लगा चुका है। यहां तक कि दिल्ली पुलिस भी इस संबंध में अधिसूचना जारी कर रही है। और उल्लंघन करने वालों के खिलाफ कार्रवाई भी कर रही है।
दरअसल, पीठ जनहित याचिका पर सुनवाई कर रहा थी। इसमें मांझे की बिक्री, खरीद, भंडारण और परिवहन पर पूर्ण प्रतिबंध लगाने की मांग की गई थी।