उत्तरकाशी के तरुण पर्यावरण विज्ञान संस्था के अध्यक्ष एवं पर्यावरण प्रेमी नागेंद्र दत्त हिमालय दिवस के नाम पर होने वाली भाषणबाजी को लेकर व्यथित हैं। वह इस बात से दुखी हैं कि हिमालय क्षेत्र में विकास को लेकर अब तक स्पष्ट नीति नहीं बनी है, जबकि इसे यदि गंभीरता से लिया जाता तो पर्यावरण के क्षेत्र में ही हजारों युवाओं को रोजगार मिल सकता था। नागेंद्र दत्त उन व्यक्तियों में शामिल हैं, जिन्होंने वर्ष 2010 में हिमालय दिवस मनाने की पुरजोर वकालत की थी। इस पर एक आवाज एक धुरी बनाने और हिमालयी क्षेत्र में विकास की एक विशेष जन नीति बनाने का निर्णय लिया गया था। लेकिन, आज तक सरकारी सिस्टम में हिमालयी क्षेत्र में विकास को लेकर कोई स्पष्ट नीति तक नहीं है।