रुद्रप्रयाग: जनपद में किसानों के लिए अदरक की खेती वरदान साबित हो सकती है। यदि इसकी बुआई सही प्रकार से किया जाए, तो उत्पादन बढ़ने से किसानों की आर्थिक में भी सुधार हो सकता है। अदरक एक ऐसी फसल है, जिसे बंदरों द्वारा कोई नुकसान नहीं पहुंचाया जाता है। उद्यान विभाग ने किसानों की मांग के अनुसार पहल हिमालय संस्था के माध्यम से 90 कुंतल अदरक के बीज का सब्सिडी पर वितरण करा रहा है। पहाड़ के किसान जंगली जानवरों के आतंक से बेहद परेशान है, बंदर और सूअर समेत अन्य जंगली जानवर प्रतिवर्ष किसानों की रबी व खरीफ की फसलें बड़ी मात्रा बर्बाद कर देते है। जंगली जानवरों से निजात पाने के लिए किसानों ने अपनी परंपरागत खेती छोड़कर जैविक तरीके से अदरक की खेती करना शुरू किया है। जिसका अन्य फसलों के मुकाबले अधिक मूल्य भी मिलता है।