सरकार की ओर से मांगों पर सकारात्मक रुख नहीं दिखाए जाने से नाराज राज्य आंदोलनकारियों के विभिन्न संगठन अपनी मांगें मनवाने के लिए अब एक मंच पर आ गए हैं। इसके लिए संगठनों ने उत्तराखंड राज्य आंदोलनकारी संयुक्त मोर्चा बनाया है। इस मोर्चे ने अपनी मांगों के संबंध में अगले महीने मुख्यमंत्री से वार्ता के लिए समय मांगा है। साथ ही वार्ता के लिए नहीं बुलाए जाने पर आंदोलन की चेतावनी दी है। यह जानकारी सोमवार को संयुक्त मोर्चा में शामिल संगठनों के पदाधिकारियों ने कचहरी स्थित शहीद स्मारक में पत्रकार वार्ता में दी। मोर्चा के संरक्षक नवनीत गुसाईं ने बताया कि बीते दिनों वरिष्ठ राज्य आंदोलनकारी मोर्चा, उत्तराखंड चिह्नित राज्य आंदोलनकारी संगठन, उत्तराखंड आंदोलनकारी संयुक्त परिषद, उत्तराखंड कौशल्या डबराल संघर्ष वाहिनी और उत्तराखंड राज्य आंदोलनकारी परिषद से जुड़े राज्यभर के आंदोलनकारियों के समर्थन पर मोर्चा का गठन किया गया।