हिंदी सिनेमा जगत में कई ऐसी प्रेम कहानियां देखने को मिलती हैं जिन्होंने समाज की परंपराओं और बंधनों को दरकिनार कर शादी रचाई और हमेशा के लिए एक दूजे के हो गए। बॉलीवुड की एक ऐसी ही सफल जोड़ी है जावेद अख्तर और शबाना आजमी की। इस कपल ने अपने प्यार पर किसी का भी साया नहीं पड़ने दिया और हर मुश्किल को पार कर जीवन साथी बन गए। ये जोड़ी साल 1984 से साथ है। आज इस कपल की 38वीं मैरिज मैरिज एनिवर्सरी है। आपको बता दें कि शबाना आजमी बॉलीवुड की एक मंझी हुई कलाकार हैं। इन्होंने दर्शकों के दिलों पर अपनी शानदार एक्टिंग की अमिट छाप छोड़ी है। वहीं जावेद अख्तर फिल्म इंडस्ट्री के जाने माने गीतकार हैं। आइये जानते हैं इनकी लव लाइफ के बारे में जो किसी फ़िल्मी कहानी से कम नहीं है।
इंडस्ट्री के इस मंझे हुए गीतकार जावेद अख्तर और शबाना आजमी की प्रेम कहानी साल 1970 में उस वक्त शुरू हुई थी, जब जावेद अख्तर शबाना आजमी के घर उनके पिता कैफ़ी आजमी की कविताएं सुनने जाते थे। दरअसल, शबाना मशहूर शायर कैफी आजमी की बेटी हैं। ऐसे में जावेद का लिखने की कला सीखने को लेकर कैफ़ी आजमी के घर आना जाना था। कैफ़ी आजमी के घर में अक्सर शाम के समय महफिल जमती थी, जिसमें शबाना भी अपनी मां के साथ हिस्सा लेती थीं। इसी दौरान शबाना और जावेद की दोस्ती हो गई, जो धीरे-धीरे प्यार में बदल गई। एक्ट्रेस जावेद अख्तर के शायराना अंदाज पर फिदा हो गई थीं और उनके प्यार में ऐसा गिरफ्त हुईं कि वहां से निकल पाना उनके लिए मुश्किल होने लगा। वहीं दूसरी तरफ उनके प्यार को मंजिल मिल पाना इतना आसान नहीं था क्योंकि जावेद पहले से ही शादीशुदा थे और उनके दो बच्चे फरहान अख्तर और जोया अख्तर भी थे। जब कैफी आजमी को दोनों के प्यार का पता चला तो वे भड़क गए और शबाना को जावेद से दूर रहने की हिदायत दे दी।
कैफ़ी आजमी और शौकत आजमी (शबाना की मां) बिलकुल भी नहीं चाहते थे की उनकी बेटी की वजह से किसी के रिश्ते में दरार आए और किसी का घर टूटे। इधर जावेद अख्तर की पहली पत्नी हनी ईरानी को भी जब उनके और शबाना के रिश्ते का पता चला तो घर में बवाल मच गया और हर दिन झगड़ा होने लगा लेकिन जब हनी को लगा कि अब इस रिश्ते में कुछ नहीं बचा तो उन्होंने जावेद अख्तर को शादी करने की इजाजत दे दी। इसके बाद जावेद अख्तर का अपनी पहली पत्नी हनी से रिश्ता खत्म हो गया था, लेकिन कैफी आजमी अभी भी दोनों के रिश्ते को अपनी रजामंदी नहीं दे रहे थे। हालांकि शबाना ने उन्हें समझाने की बहुत कोशिश की कि जावेद और हनी का रिश्ता उनकी वजह से नहीं टूट रहा है, वह दोनों खुद ही साथ नहीं रहना चाहते हैं लेकिन कैफ़ी इस बात को मानने के लिए बिलकुल भी तैयार नहीं थे। पिता कैफ़ी आजमी के न मनाने के बाद भी शबाना आजमी ने साल 1984 में खुद से 10 साल बड़े जावेद अख्तर से निकाह कर लिया। आज इनकी शादी को 38 साल पूरे हो गए हैं।