सऊदी अरब के नेतृत्व वाले ओपेक + देशों के तेल उत्पादन में कटौती की घोषणा के बाद अमेरिका बुरी तरह से भड़क गया है, और इसे बहुत बड़ी गलती बता डाला।
अमेरिका ने कहा है कि, इन सभी देशों का फैसला एक तरह से रूस का समर्थन है जिससे भविष्य में मुश्किलों का सामना करना पड़ सकता है। बता दें कि, ओपेक प्लस देशों ने हाल में कहा कि, वह तेल उत्पादन में रोजाना 20 लाख बैरल की कमी करेगा, जो कि कोरोना महामारी की शुरुआत के बाद से सबसे बड़ी कटौती है।
व्हाइट हाउस की प्रेस सचिव काराइन जीन-पियरे ने कहा कि, ओपेक + ने पिछले हफ्ते जो निर्णय लिए, वे रूसियों के पक्ष में थे, और अमेरिकी लोगों और दुनिया भर के परिवारों के हितों के खिलाफ थे। हमारा मानना है कि, यह निर्णय निम्न-आय वाली अर्थव्यवस्थाओं को चोट पहुंचाने और नुकसान पहुंचाने वाला है।