रुड़की: भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आइआइटी) रुड़की ने डिपार्टमेंट आफ हाइड्रो रिन्यूएवेबल एनर्जी के प्रोफेसर अरुण कुमार को हाइड्रो रिन्यूएवेबल एनर्जी पुरस्कार प्रदान किया है। यह पुरस्कार शोधकर्ताओं को हाइड्रो रिसोर्स एसेसमेंट, आप्टिमाइजेशन, इंटीग्रेशन और नई तकनीकी विकास आदि के क्षेत्र में दिए गए योगदान के लिए दिया जाता है।
आइआइटी रुड़की परिसर स्थित एचआरईडी सभागृह में आयोजित कार्यक्रम में संस्थान के निदेशक प्रोफेसर अजित के. चतुर्वेदी ने डिपार्टमेंट आफ हाइड्रो रिन्यूएवेबल एनर्जी में कार्यरत प्रोफेसर अरुण कुमार को हाइड्रो रिन्यूएवेबल एनर्जी पुरस्कार प्रदान किया। उन्होंने बताया कि प्रोफेसर अरुण कुमार नॉर्थ ईस्टर्न इलेक्ट्रिक पावर लिमिटेड के चेयर प्रोफेसर और इंटरनेशनल हाइड्रो पावर एसोसिएशन के बोर्ड मेंबर भी हैं। वे डिपार्टमेंट आफ हाइड्रो रिन्यूएवेबल एनर्जी के संस्थापक वैज्ञानिक भी हैं। उनके नेतृत्व में डिपार्टमेंट आफ हाइड्रो रिन्यूएवेबल एनर्जी का विकास हुआ और यह स्माल हाइड्रो पावर के क्षेत्र में श्रेष्ठता का केंद्र बना और राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रतिष्ठा प्राप्त की। निदेशक ने कहा कि प्रोफेसर अरुण कुमार नदियों, झीलों और हाइड्रो पावर के पर्यावरण प्रबंधन में बीते 40 वर्ष से योगदान दे रहे हैं।