त्रिवेणी संगम प्रयागराज से शुरू हुई विश्व की पहली नीलकंठ गंगा परिक्रमा पदयात्रा गंगा तीर्थ देवप्रयाग पहुंची। करीब साढे 6 हजार किमी की यह चुनौती पूर्ण पदयात्रा जल्द ही गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में भी दर्ज होगी।
राष्ट्रीय नदी गंगा को निर्मल व अविरल बहने के संदेश के साथ 16 दिसम्बर 2020 को प्रयागराज से साथ नीलकंठ गंगा परिक्रमा पद यात्रा की छह लोगों के साथ शुरुआत हुई थी। गंगा को जीवित प्राणी मानते हुए इसको किसी भी परिस्थिति में नहीं लांघने के संकल्प के कारण यात्रा में दो ही साहसी पद यात्री पाटिया, अल्मोड़ा के 65 वर्षीय सेवानिवृत्त कर्नल आरपी पांडे व अहमदाबाद गुजरात के 64 वर्षीय किसान हिरेन भाई पटेल ही इसमें रहे गए