दिल्ली पुलिस की अपराध शाखा ने ओला टैक्सी में बैठाकर लूटपाट करने वाले एक गिरोह का पर्दाफाश किया। और इसमें लिप्त यूपी के दो बदमाशों को भी गिरफ्तार किया है।
दरअसल ये आरोपी वारदात के समय टैक्सी पर फर्जी नंबर प्लेट लगाकर चलते थे। और हाल ही में टैक्सी में बैठाकर लूटपाट की 3 वारदातों को अंजाम दिया है। इस गिरोह ने साल 2019 में कनाडा के पायलट को टैक्सी में बैठाकर लूट लिया था।
दरअसल, 14 जुलाई को उत्तराखंड के थानाक्षेत्र रीमा के ग्राम ओढियार निवासी रोहित सिंह ने पटपडग़ंज औद्योगिक क्षेत्र थाने में लूटपाट की शिकायत दर्ज कराई थी। वह अपने गांव से गुरुग्राम जा रहा था। बस ने उसे 14 जुलाई को सुबह साढ़े चार बजे आनंद विहार बस टर्मिनल पर छोड़ दिया। तभी वहां एक टैक्सी आई और गुरुग्राम के लिए सस्ते किराए पर जाने की बात कहकर उसे बैठा लिया। टैक्सी में तीन लोग पहले से बैठे हुए थे। इन लोगों ने रोहित से 8,000 रुपये लूट लिए। बाद में उसके एटीएम से ग्रेटर कैलाश में 8500 रुपये निकलवा लिए। इसके बाद उसे चार मूर्ति, ग्रेटर नोएडा यूपी में सुबह सात बजे टैक्सी से फेंक दिया।
गिरफ्तार आरोपियों ने बताया कि, कम समय में अधिक पैसा कमाने के लिए वह सुबह के समय यात्रियों को लूटता था। वह वारदात के समय टैक्सी पर फर्जी नंबर प्लेट लगा लेता था। इन्होंने अपने दो साथी मेरठ निवासी मेहरबान व मेरठ के किठौर स्थित शाहजहांपुर निवासी सोहैल के साथ मिलकर एक महीने में लूटपाट की तीन वारदातों को अंजाम दिया था।