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• Fri, 29 Dec 2023 10:27 am IST


कारोबारियों के विरोध के बीच खनन कार्य ने पकड़ी रफ्तार, प्रशसान ने ली राहत की सांस


हल्द्वानी: हजारों लोगों को रोजगार और सरकार का खजाना भरने वाली है गौला नदी और शारदा नदी से होने वाले खनन कार्य ने रफ्तार पकड़ ली है. खनन कारोबारियों के हड़ताल के बीच कुछ खनन कारोबारियों ने अपना काम शुरू कर दिया है.प्रभारी प्रबंधक कुमाऊं विकास निगम महेश चंद्र आर्य ने बताया कि गौला, नंधौर, और शारदा नदी से खनन कार्य सुचारू हो गया है. जहां एक सप्ताह के भीतर में गौला नदी से करीब 7500 हजार घन मीटर, जबकि शारदा नदी से 250 घन मीटर खनन की निकासी हो चुकी है.उन्होंने बताया कि गौला नदी से निकलने वाले उपखनिज निकासी तौल कांटे का टेंडर निरस्त होने के बाद मैनुअल तरीके से उपखनिज तौल की जा रही है. जिसको देखते हुए खनन निकासी गेटों पर इलेक्ट्रॉनिक कांटे लगाए जाने हैं ,जिसके लिए टेंडर प्रक्रिया शुरू कर दी गई है. जल्द गेटों पर तौल कांटे लग जाएंगे. उन्होंने कहा कि नदियों से निकलने वाले उपखनिज के लिए हर साल शासन से लक्ष्य निर्धारित होकर आता है शासन से जल्द लक्ष्य प्राप्ति होने की उम्मीद है. लक्ष्य निर्धारित होते ही खनन कार्य में और तेजी आने की उम्मीद है.गौरतलब है कि नदियों से होने वाले खनन रॉयल्टी और वाहनों के फिटनेस सेंटर को निजी हाथों में देने के विरोध में कारोबारी पिछले 2 महीनों से अधिक समय से धरना-प्रदर्शन कर हड़ताल पर है शासन प्रशासन और खनन कारोबारी के बीच कई दौर की मीटिंग और बैठकर भी हो चुकी है. लेकिन खनन कारोबारी अपनी जिद्द पर अड़े हुए हैं.नदियों से खनन नहीं होने से सरकार को भी करोड़ों का राजस्व का नुकसान हो रहा है. ऐसे में प्रशासन पर भी खनन कार्य शुरू करने को लेकर दबाव है. जहां प्रशासन कुछ खनन कारोबारी के सहयोग से खनन कार्य को सुचारू कराया है.