शंघाई सहयोग सम्मेलन में विदेश मंत्रियों की बैठक में आतंकवाद के मुद्दे पर घिरने के बाद बिलावल भुट्टो को अब पाकिस्तान की विपक्षी पार्टी ने भी नहीं बख्शा है।
पाकिस्तान में तहरीक-ए-इंसाफ प्रमुख इमरान खान ने बिलावल के इस दौरे को पाकिस्तान की बेइज्जती से जोड़ दिया। इतना ही नहीं, उन्होंने बिलावल के इन दौरों में आ रहे खर्च और आर्थिक संकट को लेकर भी पाकिस्तान की सरकार पर निशाना साधा है।
गौरतलब है कि, पाकिस्तान के विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो जरदारी ने भारत में एससीओ बैठक के दौरान कहा था कि, लोगों की सामूहिक सुरक्षा हमारी संयुक्त जिम्मेदारी है।
आतंकवाद वैश्विक सुरक्षा के लिए खतरा बना हुआ है। हमें आतंकवाद को कूटनीतिक हथियार बनाकर राजनयिक तौर पर एक-दूसरे को घेरने से बचना चाहिए। जरदारी के इस बयान पर भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर ने उनकी क्लास लगा दी।
जयशंकर ने कहा कि, बिलावल का बयान काफी दिलचस्प है, क्योंकि इससे उन्होंने गलती से अपनी मानसिकता का खुलासा कर दिया है। किसी चीज को हथियार कब और कैसे बनाया जा सकता है? तभी जब कोई इस कार्य को एकदम वैध मान कर इसे कर रहा हो। आज कोई कह रहा है कि, आप आतंकवाद को हथियार बना रहे हैं, तो साफ है कि उन्हें लगता है कि, आतंकवाद वैध है और उसे हथियार नहीं बनाना चाहिए।