नरेंद्रनगर वन प्रभाग की पहल पर सामाजिक संस्था केयर और लोक कल्याण समिति ने संयुक्त रूप से नदी के कैचमेंट एरिया के गांव में गोष्ठी आयोजित कर नदी के महत्व से रूबरू करवाया। कहा कि हेंवल नदी के अस्तित्व को बचाने के लिए सरकारी प्रयास के साथ ग्रामीणों की सहभागिता जरूरी है। क्षेत्र की प्रत्येक ग्राम पंचायत में हेंवल धारा जल समिति का गठन किया गया।
रविवार को हेंवल नदी के पुनर्जीवन के लिए चलाए जा रहे अभियान के तहत केयर संस्था और लोक कल्याण समिति ने ग्राम पंचायत हड़म-मल्ला, पलास, पिपलेथ, स्वीर गांवों में गोष्ठी की। कहा कि हेंवल नदी और इसकी सहायक जलधाराओं सहित गांव के प्राकृतिक जल स्रोतों का संरक्षण किया जाना जरूरी है। संस्था के सचिव सुशील बहुगुणा, यशपाल सजवाण ने कहा कि नदी और जल स्रोत ही ग्रामीण समुदाय के लिए पेयजल और सिंचाई के मुख्य संसाधन है। इनका वैज्ञानिक तरीके से कार्य किए जाने चाहिए। इस मौके पर वन क्षेत्राधिकारी विवेक जोशी, वन दरोगा विजय कुमार, उप प्रधान महेश कोठारी, सुषमा देवी, कांति देवी, संध्या उनियाल, कुलदीप नेगी, चंदन नेगी, नरेंद्र भंडारी मौजूद थे।