विकासनगर: सेलाकुई के राज्य मानसिक स्वास्थ्य संस्थान में गुरुवार को लगाए गए द्वितीय कैंप में 14 मानसिक रोगियों के आधार कार्ड बनाए गए। इसके पूर्व लगे शिविर में 18 मानसिक रोगियों के आधार कार्ड बनाए जा चुके हैं। जिसके चलते अभी तक 32 मानसिक रोगियों के आधार कार्ड बन चुके हैं। कैंप का उद्देश्य मानसिक रोगियों को समाज की मुख्य धारा से जोड़ना है।
उच्चतम न्यायालय में योजित याचिका गौरव कुमार बंसल बनाम दिनेश कुमार और अन्य में अवमानता याचिका के आदेशानुसार मानसिक रोगियों के आधारकार्ड (पहचान पत्र) बनवाने के आदेश समाज कल्याण विभाग उत्तराखंड को भेजे गए थे। आदेश के अनुपालन में मानसिक स्वास्थ्य संस्थान में आधार कार्ड जन सेवा केंद्र देहरादून की ओर से पहला कैंप 26 अक्टूबर को लगाया गया था, जिसमें राज्य मानसिक स्वास्थ्य संस्थान सेलाकुई के 18 मानसिक रोगियों के आधार कार्ड बनाए गए थे। गुरुवार को द्वितीय कैंप में 14 मानसिक रोगियों के आधारकार्ड बनाए गए हैं। राज्य मानसिक स्वास्थ्य संस्थान सेलाकुई के मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डा. अभिषेक गुप्ता ने बताया कि आधार कार्ड कैंप रीजनल आफिस दिल्ली के असिस्टेंट डायरेक्टर जनरल कर्नल रमनदीप सिंह के आदेशानुसार जन सेवा केंद्र जीएमएस रोड देहरादून के शाखा प्रबंधक धीरज सिंह, आपरेशन मैनेजर मंयक गौतम, स्टेट रिसोर्स पर्सन शुभम त्यागी और उनकी टीम के सहयोग से संपन्न हुआ। मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डा. अभिषेक गुप्ता ने बताया कि आधार कार्ड बनने से लावारिस मानसिक रोगियों के घर का पता लग पाएगा और उनको सभी सरकारी सुविधाएं जैसे मानसिक विकलांग प्रमाण पत्र, पेंशन, निश्शुल्क जांच, उपचार व अन्य सुविधाएं मिल सकेगी। इलाज पूर्ण होने पर लावारिस मानसिक रोगियों को इनके घर तक पहुंचाया जा सकता है। उनके परिजनों से मेल-मिलाप कराया जा सकता है।