अहमदाबाद: गुजरात में सोमवार को विधानसभा चुनाव के दूसरे चरण का मतदान होना है। इस बीच अहमदाबाद में जामा मस्जिद के शाही इमाम शब्बीर अहमद सिद्दीकी ने विवादित बयान दे दिया है। उन्होंने राजनीति में मुस्लिम महिलाओं की सहभागिता को गलत ठहराया है। इमाम ने कहा कि मुस्लिम महिलाओं को चुनावी टिकट देने वाले इस्लाम के खिलाफ हैं। इससे वे धर्म को कमजोर करने का प्रयास कर रहे हैं।
शाही इमाम शब्बीर अहमद सिद्दीकी ने कहा कि अगर आपने इस्लाम
की बात लाई है तो मैं आपसे कहना चाहूंगा कि नमाज के दौरान आपको एक भी औरत नजर नहीं
आई होगी। इस्लाम में सबसे अधिक अहमियत नमाज की होती है। अगर औरतों का इस तरह से
लोगों के सामने आना जायज होता तो उन्हें मस्जिद में आने से नहीं रोका जाता। मस्जिद
से रोक दिया गया, क्योंकि इस्लाम
में औरत का एक मकाम है।
हमारे मजहब में पुरुषों की कोई कमी नहीं: इमाम
इमाम ने आगे कहा कि जो लोग मुस्लिम महिलाओं को चुनावी मैदान
में उतारते हैं, वे इस्लाम से बगावत करते हैं। क्या कोई आदमी
नहीं बचा है? हमारे मजहब में
पुरुषों की कोई कमी नहीं है। इससे पूर्व भी उन्होंने कहा था कि मुस्लिमों के
वोटों में बटवारे के चलते साल 2012 में अहमदाबाद की जमालपुरा सीट पर भी बीजेपी ने
कब्जा कर लिया था। इस बार एकजुट होकर वोट करना है। मुस्लिम उसी को जिताएं, जो उनके हक के
लिए काम करता हो।
बता दें है कि सेामवार यानी पांच दिसंबर को उत्तर व मध्य-पूर्व गुजरात के 14 जनपदों की 93 सीटों पर मतदान होगा, जिसमें 74 सामान्य तो छह एससी और 13 सीटें एसटी की हैं। वहीं, इन सीटों में अहमदाबाद घाटलोडिया, वटवा, नरोडा, विसनगर, महेसाणा, थराद, गांधीनगर (दक्षिण), विरमगाम, खेडब्रह्मा, वाघोडिया, मांजलपुर, खेरालु, छोटा उदेपुर, दस्कोई, संखेडा आदि महत्वपूर्ण सीट शामिल हैं।