रसोई गैस सिलेंडर (LPG Gas Cylinder) की डोर-टू-डोर डिलीवरी में उपभोक्ताओं को चूना लगाया जा रहा है। दरअसल, डिलीवरी देने आ रहे एजेंसी के कर्मचारी बिना तौले सिलेंडर दे रहे हैं। कई बार डिलीवरी के समय उनके पास तौल कांटा नहीं होता। जबकि, नियमानुसार एजेंसी को तौलकर ही उपभोक्ताओं को सिलेंडर देना होता है।
रसोई गैस सिलेंडर की ऑनलाइन सर्विस शुरू होने के बाद अधिकतर लोग सहूलियत के लिए डोर-डू-डोर सर्विस से ही सिलेंडर मंगवाते हैं। बुकिंग के एक-दो दिन में एजेंसी की ओर से सिलेंडर डिलीवर कर दिया जाता है। जब घर के दरवाजे तक गैस पहुंचती है तो लोग इसका कम ही ख्याल ख्याल रखते हैं कि सिलेंडर में पर्याप्त गैस है भी या नहीं।इसका मुख्य कारण यह भी है कि एजेंसी के कर्मचारी अपने साथ तौल कांटा लेकर नहीं आते। यदि होता भी है तो वो वाहनों में पड़ा रहता है। बंजारावाला के प्रशांत सिंह ने एक निजी कंपनी से गैस की ऑनलाइन बुकिंग कराई थी। गुरुवार सुबह डिलीवरी ब्वॉय सिलेंडर लेकर घर पहुंचा। प्रशांत ने सिलेंडर उठाकर देखा तो गैस कम होने की आशंका हुई।