रुड़की: हरिद्वार जिले की मंगलौर कोतवाली क्षेत्र से 9 दिनों पहले लापता हुई नाबालिग लड़की का अभीतक कोई सुराग नहीं लगा पाया है. इतने दिनों के बाद भी नाबालिग लड़की की बरामदी नहीं होने पर गुरुवार पांच दिसंबर को परिजन के साथ सैकड़ों ग्रामीणों मंगलौर कोतवाली पहुंचे और जमकर हंगामा किया.जानकारी के मुताबिक रुड़की के पास मंगलौर कोतवाली क्षेत्र की नाबालिग लड़की बीती 26 नवंबर की सुबह अपनी बड़ी बहन के साथ स्कूल के लिए घर से निकली थी, लेकिन बीच रास्ते में लड़की ने अपनी बड़ी बहन से पेट में दर्द की शिकायत की और वापस घर जाने की बात कही. लेकिन उसके बाद लड़की घर नहीं लौटी.
किशोरी के परिजनों ने उसकी काफी तलाश की, लेकिन उसका कुछ पता नहीं चल सका. इसके बाद परिजनों ने मंगलौर कोतवाली पहुंचकर पुलिस से मदद मांगी. पुलिस ने भी तहरीर के आधार पर नाबालिग लड़की की गुमशुदगी दर्ज कर उसकी तलाश शुरू की गई, लेकिन परिजनों और ग्रामीणों का गुस्सा इस बात को लेकर है कि एक हफ्ते बाद भी पुलिस उनकी बेटी का पता नहीं लगा पाई है.सुनील जोशी का शव घटना स्थल से करीब 700 मीटर दूर गहरे पानी में पत्थरों से बीच अटक गया था. बताया जा रहा है कि पत्थरों की चोट और नदी के अत्य अधिक ठंडे पानी की वजह से सुनील जोशी की मौत हो गई. कुछ लोगों ने पुल के नीचे लाश को बहते देखा था. पानी में गोता लगाकर प्रकाश सिंह पानू ने शव को कुछ लोगों की मदद से बाहर निकाला.थल थाने के उप निरीक्षक दिनेश शर्मा के साथ पुलिस टीम मौके पर पहुंची और स्थानीय लोगों की मदद से निकाली गई लाश की शिनाख्त की. पुलिस ने पंचनामा भरकर शव का पोस्टमॉर्टम सीएचसी बेरीनाग भेजा. पोस्टमॉर्टम के बाद शव परिजनों के सुपुर्द कर दिया. इस घटना के बाद मृतक के घर में कोहराम मचा हुआ है.