उत्तराखंड में बारिश का सिलसिला जारी है। बुधवार की देर शाम शुरू हुई मूसलधार बारिश के बीच में हरिद्वार के कांगड़ा घाट पर पहाड़ी से चट्टान टूटकर गिर गई। चट्टान का एक हिस्सा टूटकर घाट की तरफ आ गया। गनीमत रहा कि इस दौरान यात्रियों का रेला कहीं ना कहीं विश्राम कर रहा था।मलबे के नीचे आने से कोई दुर्घटना नहीं हुई, लेकिन घाट पर बोल्डर पत्थर और मलबा आने के कारण यहां आवागमन प्रभावित रहा। भारी भीड़ के चलते घाट से तत्काल मलबे को नहीं हटाया जा सकता है। यात्रियों की भीड़ छंटने पर ही इस मलबे को और बोल्डर को किनारे किया जाएगा ।पहाड़ों में अतिवृष्टि के कारण भारी मात्रा में सिल्ट जलधारा के साथ आया। उत्तर प्रदेश सिंचाई विभाग ने बैराज से उतना ही जल छोड़ा है जितने में गंगा घाट पर कांवड़ यात्री स्नान कर सकें। डाक कांवड़ की उमड़ी भारी भीड़ और कांवड़ यात्रियों का रेला शहर और घाट पर इस तरह दिख रहे हैं। मानो किसी बड़े कुंभ का आगाज हो गया।हरिद्वार हर की पैड़ी से लेकर सुभाष घाट गऊ घाट, महर्षि कश्यप घाट, ऋषिकुल घाट समेत तमाम घाट कांवड़ यात्रियों से खचाखच भरा हुआ है। नदी की बीच धार में जल कम होने के कारण और सिल्ट से युक्त गंगा में कांवड़ यात्री उछल कूद मचा रहे हैं। चारों तरफ बिना साइलेंसर के वाहनों का रेला दौड़ रहा है। कांवड़ यात्रा का जो हाल है उससे हरिद्वार के लोग अपने घरों में ही सिमट कर रह गए हैं।