बॉलीवुड के शहंशाह अमिताभ बच्चन को
70 और 80 के दशक में "एंग्री यंग मैन" कहा जाता था। जिस फिल्म ने उन्हें
यह खिताब दिलाया वह 1973 की फिल्म जंजीर थी। इस फिल्म ने कई मायनों में अमिताभ
बच्चन के लिए चीजें बदल दीं, जो तब तक इंडस्ट्री में पैर जमाने के लिए स्ट्रगल कर
रहे थे। हालांकि कम ही लोग जानते हैं कि अमिताभ इस फिल्म के लिए पहली पसंद नहीं
थे।
दरअसल जंजीर को धर्मेंद्र के साथ
बनाया जाना था, जो उस समय पहले से ही एक
स्थापित स्टार थे। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक निर्देशक प्रकाश मेहरा के बेटे
पुनीत ने कहा कि यह धर्मेंद्र ही थे जो उनके पिता के पास जंजीर की स्क्रिप्ट लेकर
आए थे। प्रकाश मेहरा के साथ धर्मेंद्र की पिछली फिल्म समाधि (1972) हिट थी इसलिए
वे स्क्रिप्ट उनके पास लेकर आए थे और प्रकाश को स्क्रिप्ट पसंद भी आ गई थी और वे
धर्मेंद्र के साथ इसे बनाने वाले थे। लेकिन दूसरे प्रोजेक्ट्स के चलते धर्मेंद्र
एक साल तक डेट्स नहीं दे पाए, जिसके बाद प्रकाश मेहरा ने फिल्म की स्क्रिप्ट उनसे 3,500
रुपये में खरीद ली थी।
इसके बाद स्क्रिप्ट को राज कुमार और
देव आनंद जैसे अभिनेताओं के पास ले जाया गया। जबकि राज कुमार चाहते थे कि फिल्म की
शूटिंग हैदराबाद में हो, देव आनंद इसमें और
गाने चाहते थे, इसलिए प्रोजेक्ट नहीं हुआ। वहीं उस दौरान
प्रकाश मेहरा को अभिनेता प्राण की ओर से बॉम्बे टू गोवा देखने की सिफारिश की गई। फिल्म
में अमिताभ को देखकर प्रकाश ने अमिताभ को अपनी फिल्म के लिए चुन लिया, और इस तरह
बिग बी ने भूमिका निभाई।