पाकिस्तान ने आतंकियों से करीबी संबंध रखने वाले मसूद खान को अमेरिका में अपना नया दूत नियुक्त करने की घोषणा की है। यह फैसला पाक सरकार पर कट्टरपंथी इस्लामिक और आतंकी संगठनों के गहरे प्रभाव को दर्शाता है। इस फैसले की भारत-अमेरिका सहित पाकिस्तान में भी आलोचना हो रही है।
‘फाइटिंग टू द एंड : द पाकिस्तान आर्मीज वे ऑफ वॉर’ और ‘इन देयर ओन वर्ड्स : अंडरस्टैंडिंग द लश्कर-ए-ताइबा’ की लेखिका क्रिस्टीन फेयर एक समाचार वेबसाइट पर प्रकाशित एक लेख में लिखती हैं कि मसूद खान का कट्टपंथी इस्लामी आतंकियों के साथ काम करने का लंबा इतिहास रहा है और वह खुद एक खतरनाक कट्टरपंथी हैं।