DevBhoomi Insider Desk • Wed, 9 Mar 2022 12:16 pm IST
उपेक्षित है कौड़ियाला का अतिथिगृह
र्षों पूर्व बनाए गए अतिथिगृह व रेन बसेरा देखरेख के अभाव में खस्ताहाल स्थिति में हैं। इनकी वर्षों से न तो सुध ली जा रही है और न ही मरम्मत की गई, जिस कारण इनका उपयोग नहीं हो पा रहा है। इस कारण यह बदहाल स्थिति में हैं। इन जगहों पर काफी संख्या में पर्यटक तो आते हैं, लेकिन यहां पर उन्हें ठहरने की सुविधा नहीं मिल पाती है जिससे उन्हें दिक्कतों का सामना करना पड़ता है।प्रसिद्ध पर्यटक स्थल कौड़ियाला में करीब 70 साल से भी ज्यादा पुराना गेस्ट हाउस है इसको वन विभाग ने बनाया था। पूर्व में बनाए गए इस गेस्ट हाउस की नक्काशी के पर्यटक आज भी कायल हैं। यह स्थल पर्यटन के लिहाज से महत्वपूर्ण है और काफी संख्या में पर्यटक यहां आते हैं। यहां पर पर्यटकों के लिए कुछ सुविधाएं तो मुहैया करवाई गई है,लेकिन यहां पर बनाया गया वर्षों पुराना गेस्टहाउस उपेक्षा का दंश झेल रहा है जिस कारण गेस्टहाउस खंडहर में तब्दील हो गया। वर्षों बाद भी न तो इसकी मरम्मत हो पाई और ना ही यहां पर नया भवन बनाया गया। इस जगह को पर्यटन के लिहाज से विकसित तो किया गया,लेकिन यहां पर ठहरने की सुविधा नहीं हैं। हालांकि विभाग इस भवन की मरम्मत के लिए प्रयासरत है,लेकिन वर्षों बाद भी अभी तक मामला आगे नहीं बढ़ पाया है। इसी तरह कुंजापुरी के पास गढ़वाल विवि की ओर से यहां पर रेन बसेरा बनाया था ताकि कुंजापुरी आने वो श्रद्धालुओं को ठहरने क सुविधा हो सके। करीब 30 वर्ष पूर इसे बनाया गया था। गढ़वाल विवि के पर्यटन विभाग के छात्रों के पास आउट होने पर उन्होंने इसका संचालन करना था,लेकिन यह भी पिछले कई साल से बंद है जिस कारण श्रद्धालुओं को इसका लाभ नहीं मिल रहा है जबकि काफी संख्या में श्रद्धालु व पर्यटक यहां आते हैं। देखरेख के अभाव में लाखों का भवन बेकार पड़ा है। रेंज अधिकारी,आशीष डिमरी ने कहा कि इस अतिथिगृह की मरम्मत को करीब 30 लाख का प्रस्ताव भेजा है। अतिथिगृह की पौराणिक स्वरूप को बरकरार रखते हुए इसकी मरम्मत की जाएगी।