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DevBhoomi Insider Desk
• Thu, 26 Jan 2023 9:30 am IST


स्कूल की बजाय घर में पढ़ना पसंद करते हैं छात्र, ट्यूशन पढ़ने वाले बच्चों की संख्या 21% तक बढ़ी


पढ़ाई के नाम पर स्कूलों में हर साल लाखों रुपये खर्च करने के बावजूद बच्चों को बाहर ट्यूशन लेना पड़ रहा है। उत्तराखंड में 2018 के मुकाबले ट्यूशन पढ़ने वाले बच्चों की संख्या 2022 में 1% बढ़कर 21.1% तक जा पहुंची। हैरान करने वाली बात ये है कि हमारे राज्य का आंकड़ा गुजरात (9.6%)-महाराष्ट्र (15.1%) जैसे बड़ी आबादी वाले राज्यों से भी अधिक है।

एनुअल स्टेटस ऑफ एजुकेशन रिपोर्ट-2022 में ये खुलासा हुआ है। रिपोर्ट कक्षा 1 से 8 तक के बच्चों के आधार तैयार की गई है।प्राथमिक कक्षाओं के बच्चे भी आदी: एक समय था जब हाईस्कूल या इंटरमीडिएट कक्षा में पढ़ने वाले बच्चे ही ट्यूशन जाते दिखाई पड़ते थे।

ताकि बोर्ड परीक्षा की तैयारी ठीक से हो सके। लेकिन अब अच्छे नंबर पाने के दबाव में अभिभावक अपने बच्चे को प्राइमरी कक्षाओं से ही ट्यूशन भेजने लगे हैं। रिपोर्ट के अनुसार 2022 में कक्षा 1 के 19.2%, कक्षा 2 के 23.9% बच्चों ने ट्यूशन ली।