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DevBhoomi Insider Desk
• Tue, 14 Feb 2023 4:16 pm IST


Success Story: 22 साल की उम्र में बने IAS, 1 साल में छोड़ दी नौकरी, अब हैं करोड़ों की कंपनी के मालिक


दुनिया में कई ऐसे लोग हैं जो जीवन भर किसी न किसी बड़े लक्ष्य को पाने में लगे रहते हैं। भारत में लाखों स्टूडेंट्स आईएएस अफसर  या डॉक्टर बनने के लिए दिन रात मेहनत करते हैं और अपने टारगेट को पा भी लेते हैं। वहीं कुछ लोग ऐसे भी होते हैं जो इन उपलब्धियों को एक मंजिल नहीं मानते हैं, बल्कि अपनी जर्नी के अलग-अलग पड़ावों को देखते हैं। ऐसे ही एक शख्स हैं रोमन सैनी, एक डॉक्टर, एक पूर्व आईएएस अधिकारी और एक बेहद सफल बिजनेसमैन। भारत में सबसे कम उम्र के सिविल सेवकों में से एक होने से लेकर एक ऐसी कंपनी के संस्थापक बनने तक, जो यूपीएससी के लाखों स्टूडेंट्स की मदद करती है और जिसकी नेट वर्थ 14,000 करोड़ रुपये से अधिक है। आइये जानते हैं रोमन सैनी की सक्सेज स्टोरी के बारे में...
महज 16 साल की उम्र में सैनी एम्स प्रवेश परीक्षा पास करने वाले सबसे कम उम्र के व्यक्ति बन गए थे। इसके बाद 18 साल की उम्र में, उन्होंने पहले से ही एक प्रतिष्ठित मेडिकल पब्लिकेशन में एक रिसर्च पेपर लिखा था। एमबीबीएस की पढ़ाई कंप्लीट  करने के बाद, रोमन सैनी ने एम्स में नेशनल ड्रग डिपेंडेंस ट्रीटमेंट सेंटर (एनडीडीटीसी) में काम किया। बता दें कि अधिकतर लोग इस तरह की प्रतिष्ठित नौकरी में हमेशा बने रहना पसंद करेंगे लेकिन रोमन  का बतौर डॉक्टर कार्यकाल महज 6 महीने ही चला। इसके बाद उन्होंने अपनी राह और आईएएस अधिकारी बनने की तैयारी करने लगे। रोमन सैनी ने सिर्फ 22 साल की उम्र में    UPSC सिविल सेवा परीक्षा पास कर ली और आईएएस अधिकारी बन गए।
इस पर उन्होंने एक बार टिप्पणी की, "मैं एमबीबीएस कर रहा था और हरियाणा के दयालपुर गांव में तैनात था, वहां पर मैंने देखा कि कैसे लोग बुनियादी सुविधाओं से भी दूर हैं, तभी मैंने देश की सेवा करने का निर्णय लिया।, रोमन 22 साल की उम्र में सबसे कम उम्र के IAS अधिकारियों में से एक थे और बतौर कलेक्टर मध्य प्रदेश में तैनात थे। एक IAS अधिकारी के रूप में उनका कार्यकाल छोटा होना तय था। उन्होंने जल्द ही इस प्रतिष्ठित नौकरी को भी अलविदा कह दिया और  अपने दोस्त गौरव मुंजाल के साथ Unacademy की स्थापना की। बता दें कि एक ऐसा मंच जो आज के समय में हजारों IAS कैंडिडेट्स को UPSC परीक्षाओं की तैयारी में मदद करता है।
अनएकेडमी के पीछे का विचार यूपीएससी कोचिंग क्लासेज के लिए एक मंच प्रदान करना था, जिसमें स्टूडेंट्स को लाखों रुपये खर्च करने की जरूरत नहीं पड़ती हैं। Unacademy की शुरुआत साल 2010 में गौरव मुंजाल द्वारा बनाए गए YouTube चैनल से हुई थी। कंपनी की आधिकारिक शुरुआत साल 2015 में मुंजाल, सैनी और उनके तीसरे सह-संस्थापक हेमेश सिंह द्वारा की गई थी। स्थापना के छह साल बाद, Unacademy 18,000 टीचर्स के नेटवर्क के साथ भारत के सबसे बड़े एजुकेशन टेक्नोलॉजी प्लेटफार्मों में से एक है। मौजूदा समय में कंपनी की कीमत 2 अरब डॉलर (करीब 14,830 करोड़ रुपये) आंकी गई। इसके 50 मिलियन से अधिक एक्टिव यूजर्स हैं।