चमोली-घाट-नंदप्रयाग मार्ग को डेढ़ लेन करने की मांग के लिए आंदोलन कर रहे लोगों ने घाट से सेरा तक सड़क के पांच किमी चौड़ीकरण के शासनादेश की प्रतियां जलाईं। उन्होंने क्षेत्रीय विधायक मुन्नी देवी के खिलाफ नारेबाजी भी की। कहा कि अब चार अप्रैल को घाट से देहरादून तक पैदल यात्रा निकालेंगे, जिसमें देहरादून के प्रवासी भी इसमें शामिल होंगे। 118 दिनों से आंदोलन कर रहे लोगों का कहना है कि उनकी मांग छह मीटर सड़क को नौ मीटर चौड़ा करने की है, लेकिन सरकार की तरफ से जारी शासनादेश में स्पष्ट नहीं है कि सड़क कितनी चौड़ी होगी। उन्होंने स्थानीय विधायक पर गलत कटिंग को चौड़ीकरण बताकर गुमराह करने का आरोप लगाया। व्यापार संघ के अध्यक्ष चरण सिंह नेगी ने कहा कि जनता को गुमराह करने के लिए सिर्फ पांच किमी तक कटिंग का शासनादेश जारी किया है। आंदोलनकारी आलम राम का कहना है कि सरकार ने 2018 में इस सड़क को डेढ़ लेन करने के लिए प्रथम चरण की डीपीआर के लिए एक करोड़ 28 लाख 44 हजार रुपये का शासनादेश जारी किया था। इसी इसी सड़क के लिए 22 करोड़ की डीपीआर भी ठंडे बस्ते में डाल दी गई। वहीं मोख के प्रधान सुमेर सिंह, लाखी के कर्ण सिंह और अवतार सिंह भूख हड़ताल पर बैठ गए हैं। साथ में देवेंद्र जमालू, मकर सिंह, अख्तर खान, हयात बिष्ट, भूपेंद्र सिंह आदि भी समर्थन में धरने पर बैठे हैं।