पिथौरागढ़। रामलीला मैदान में छलिया दलाें की बैठक में सर्वसम्मति से निर्णय लिया गया कि छलिया दल के साथ महिला नर्तक का किरदार निभाने वाले कलाकार को शामिल नहीं किया जाएगा। कहा गया कि शादी विवाह आदि कार्यक्रमों में उनके साथ उचित व्यवहार नहीं होता है। इस कारण समाज में गलत संदेश जाता है।बुधवार को हुई बैठक में जिले भर के 46 छलिया दलों के मुखियाओं ने हिस्सा लिया। उन्होंने कहा कि छलिया नृत्य पहाड़ की पहचान है। शादी-विवाह और शुभ अवसरों पर छलिया नृत्य के बीच में नाचने वाली छलिया टीम का लड़का जो महिला नर्तक का अभिनय करता है उसे अब दल में शामिल नहीं किया जाएगा। क्योंकि शराब पीकर लोग उनके साथ अनुचित व्यवहार करते हैं। बैठक में छलिया दलों के मुखियाओं के साथ कै. दीवान सिंह वल्दिया, प्रकाश जोशी, जनार्दन उप्रेती, रंगकर्मी हेमराज बिष्ट, व्यापार संघ जिलाध्यक्ष पवन जोशी, यशवंत महर, दलीप वल्दिया, रामलीला कमेटी सदस्य नवीन भट्ट, भीम राम आदि मौजूद रहे।