चंपावत-लंबी जद्दोजहद के बाद जिला अस्पताल का सघन निगरानी इकाई (आईसीयू) संचालन हुआ। आईसीयू के सृजित पदों के सापेक्ष तैनाती न होने से दूसरे स्वास्थ्य केंद्रों से संबद्ध किए गए स्वास्थ्य कर्मियों की बदौलत ये आईसीयू चल रहा है, लेकिन वहीं ग्रामीण स्वास्थ्य केंद्रों का काम प्रभावित होने लगा है।
डीएम विनीत तोमर के सख्त रवैये के बाद छह बेड वाला आईसीयू संचालित हो रहा है। डीएम ने 29 मई को पीएमएस को आईसीयू के संचालन के जिला जवाबदेह बनाकर निश्चेतक डॉ. बैंकटेश द्विवेदी और रेडियोलॉजिस्ट डॉ. प्रदीप बिष्ट को आईसीयू को संचालन के लिए निर्देशित किया था। संचालन में किसी भी तरह की कोताही पर कानूनी कार्रवाई के आदेश दिए थे, लेकिन आईसीयू के सृजित पदों पर तैनाती नहीं हो सकी है। इसके चलते सीएमओ ने विभिन्न अस्पतालों से चार डॉक्टर, नौ सामुदायिक स्वास्थ्य अधिकारी और चार एएनएम आईसीयू संबद्ध किए, जबकि एक डॉक्टर को पहले ही आईसीयू के लिए नियुक्त किया गया है।