सहस्त्रताल में फंसे कर्नाटक, महाराष्ट्र के ट्रेकरों के रेस्क्यू के लिए एसडीआरएफ व वन विभाग के दल को बचाव कार्य के लिए देहरादून से रवाना किया गया है। जिला प्रशासन के अनुरोध पर वायु सेना के दो चेतक हेलीकॉप्टर अभियान में लगाये गए हैं।उत्तरकाशी-टिहरी जनपद की सीमा पर करीब 14500 फीट की ऊंचाई पर स्थित सहस्त्रताल में फंसे कर्नाटक, महाराष्ट्र के ट्रेकरों के रेस्क्यू के लिए एसडीआरएफ व वन विभाग के दल को बचाव कार्य के लिए देहरादून से रवाना किया गया है।
29 मई को एक 22 सदस्यीय दल मल्ला-सिल्ला से कुश कुल्याण बुग्याल होते हुए सहस्त्रताल की ट्रैकिंग के लिए निकला था। यहां चार ट्रैकर की ठंड लगने से मौत हो गई। 18 ट्रैकर वहां फंसे हैं जिनमें से सात की तबीयत खराब है। सहस्त्रताल ट्रैक पर फंसे छह ट्रैकर्स को नटीण हेलीपैड पर लाया गया। सभी सुरक्षित है। इनमें से एक महिला ट्रैकर को थोड़ी घबराहट की परेशानी हो रही है।जिला प्रशासन के अनुरोध पर वायु सेना के दो चेतक हेलीकॉप्टर अभियान में लगाए गए हैं।
जिलाधिकारी डॉ. मेहरबान सिंह बिष्ट ने बताया है कि सहस्त्रताल की ट्रैकिंग रुट पर फंसे ट्रैकर्स को रेस्क्यू करने के लिए एसडीआरएफ व वन विभाग के रेस्क्यू दल अलग-अलग दिशाओं से घटना स्थल के लिए रवाना हो चुके हैं। वन विभाग की दस सदस्यों की रेकी व रेस्क्यू टीम सिल्ला गांव से आगे निकल चुकी है। जबकि जिला मुख्यालय उत्तरकाशी से एसडीआएफ का दल भी आज तड़के टिहरी जिले के बूढ़ाकेदार की तरफ से रेस्क्यू की कार्रवाई शुरू करने के लिए रवाना हो चुका है।