कहावत है कि, कमजोरों को सब दबाना चाहता है। ये कहावत कोरोना पर भी लागू होती है। एक शोध के मुताबिक, कोरोना उन्हीं लोगों को ज्यादा प्रभावित कर रहा है जो पहले से किसी अन्य बीमारी से ग्रसित हैं।
अस्पतालों में भर्ती होने वाले गंभीर मरीजों की संख्या करीब दोगुना हो गई है। ऑक्सीजन सपोर्ट पर लगभग 100 और आईसीयू में 119 रोगी हैं। वेंटिलेटर पर भी मरीजों की संख्या सात से बढ़कर 12 हो गई है। हालांकि, विशेषज्ञों का कहना है कि, अस्पतालों में बाहर से गंभीर मरीज नहीं पहुंच रहे हैं। जो पहले से भर्ती हैं उनमें ही कोरोना के लक्षण मिल रहे हैं। क्योंकि मौसम में होने वाले वायरल के साथ इन दिनों दिल्ली में कोरोना संक्रमण के भी मामले बढ़े हैं।
डॉक्टर का कहना है कि, हृदय, लीवर और किडनी से जुड़ी बीमारियों वाले मरीजों की संख्या ज्यादा है। संक्रमण तेजी से फैल रहा है। गंभीर बीमारियों से पीड़ित मरीजों को अधिक एहतियात बरतने की जरूरत है। सफदरजंग विभाग के मेडिसिन विभाग के एक वरिष्ठ डॉक्टर का कहना है कि, मौसम में लगातार नमी के कारण संक्रमण को बढ़ने में मदद मिल रही है। लोग भी कोरोना नियमों का पालन नहीं कर रहे हैं। भीड़भाड़ वाले स्थानों पर लोग बिना मास्क के देखे जा रहे हैं।