पटना के रहने वाले 28 वर्षीय अंशल ने वकालत का पेशा छोड़कर अपना खुद का स्टार्टअप शुरू किया है। इसके जरिये आज वह अच्छी खासी कमाई कर रहे हैं। हालांकि उनके लिए इस काम को शुरू करना बिल्कुल भी आसान नहीं था। स्टार्टअप शुरू करने की अंशुल की कहानी अत्यंत भावुक कर देने वाली है। दरअसल, हर युवा की तरह अंशुल का भी सपना था कि वे जीवन में कुछ बड़ा करें लेकिन उनके रास्ते में बड़ी रूकावट आ गई और उनका सपना टूट गया। बावजूद इसके अंशुल ने हार नही मानी और खुद को संभालते हुए उन्होंने इडली बेचने का काम शुरू किया। आज वह लोगों को शुद्ध और सेहतमंद नाश्ता परोसते हैं।
अंशुल बिहार की राजधानी पटना के चिड़ियाघर के गेट नंबर-2 के सामने “Open With Smile” के नाम से इडली की दुकान लगाते हैं। उनकी दुकान की ताज़ी और और स्वादिष्ट इडली लोगों को खूब पसंद आती है। चिड़ियाघर में सुबह के समय दौड़ने या टहलने आने वाले लोग अंशुल के बंधे बंधाये ग्राहक हैं। पटना चिड़ियाघर के आसपास कोई भी टहलने के लिए आता है तो वह उनकी दुकान पर इडली खाता है। अंशुल के पिता पटना हाई कोर्ट में वकील थे जबकि अंशुल मुम्बई में वकालत करते थे। उनकी पढ़ाई लिखाई भी अच्छे स्कूल और कॉलेज से हुई थे लेकिन करोना महामारी की वजह से अंशुल को मुम्बई से वापस बिहार आना पड़ा। वहीं करोना काल में ही उनके पिता की तबियत काफी ज्यादा खराब हो गई और उनका निधन हो गया। अंशुल को बचपन से किसी चीज की कोई कमी नहीं थी लेकिन जब उनके माता-पिता हमेशा के लिए उनसे दूर हो गए तो वह लगभग टूट चुके थे पर उनके दीदी-जीजा जी ने उनका ख्याल रखा और उन्होंने संभाला।