त्यूणी बाजार और बस्ती क्षेत्र में सैकड़ों की आबादी पेयजल को तरस रही है। त्यूणी में पेयजल संकट गहराने से लोग बेहाल हैं। आंशिक आपूर्ति के चलते लोग टोंस नदी का दूषित पानी पीने को मजबूर हैं। पेयजल समस्या से जूझ रहे स्थानीय निवासियों की शिकायत के बाद भी विभागीय अधिकारी इस ओर कोई ध्यान नहीं दे रहे।
सीमांत नया बाजार त्यूणी में करीब पांच सौ छोटे-बड़े व्यापारिक प्रतिष्ठान हैं। इसके अलावा बाजार से सटे गुतियाखाटल व गोरखा बस्ती में करीब चार सौ परिवार निवास करते हैं। पिछले दो-तीन दिन से यहां पेयजल की किल्लत हो रही है। इससे व्यापारियों के ढाबे, होटल, रेस्टोरेंट व घरों में लगे नलों में पूरे दिन में मुश्किल से दो घंटे आपूर्ति हो रही है।
लोग बर्तन लेकर पानी भरने को नलों के पास बैठकर घंटों इंतजार करते हैं। व्यापार मंडल अध्यक्ष प्रवीर रावत, डॉ. बलराज सिंह थापा, भानू प्रताप सिंह राणा, रीमा थापा, रोशन शर्मा व विष्णु खत्री आदि ने कहा कि जलसंस्थान ने पेयजल लाइनों के निर्माण में लाखों का बजट खपाया पर स्थानीय जनता को पीने का पानी नहीं मिल रहा। विभाग जलस्त्रोत में पानी की मात्रा घटने का बहाना कर जिम्मेदारी से बच रहा है।