दो सूत्रीय मांग को लेकर लंबे समय से संघर्षरत चतुर्थ श्रेणी स्वास्थ्य कर्मी सरकार की अनदेखी से आहत हैं। कर्मियों ने सरकार को चेतावनी देते हुए कहा कि अगर जल्द ही सकारात्मक पहल नहीं हुई तो वे आमरण अनशन शुरू करेंगे। शुक्रवार को रामलीला मैदान स्थित धरना स्थल पर जिलाध्यक्ष ललित शाह के नेतृत्व में कर्मी एकत्र हुए। इस दौरान उन्होंने सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते हुए प्रदर्शन किया और अनशन पर बैठे गए। सातवें दिन कोषाध्यक्ष राहुल भट्ट, वीर सिंह, रेखा पांडे, कुंडल सिंह, भुवन चंद्र तिवारी अनशन में बैठे। इस दौरान उन्होंने कहा कि चतुर्थ श्रेणी स्वास्थ्य कर्मियों की पदोन्नति और दसवीं से कम पढ़े-लिखे कर्मियों को टेक्निकल घोषित करते हुए ग्रेड पे 4200 किए जाने को लेकर सालों से संघर्षरत हैं, लेकिन हर बार उनकी अनदेखी की जाती है। कहा कोरोना की लड़ाई में सबसे आगे खड़े होकर चतुर्थ श्रेणी कर्मियों ने लड़ाई लड़ी है। लेकिन दु:खद है अग्रिम पंक्ति में खड़े अल्प वेतन भोगियों की सुध लेने वाला कोई नहीं है। कहा अगर पांच सितंबर तक काई पहल नहीं हुई तो कर्मी देहरादून पहुंचकर आमरण अनशन पर बैठेंगे।