जिलाधिकारी मयूर दीक्षित ने जिले के सर्वांगीण विकास के लिए प्रबुद्ध नागरिकों के साथ बैठक की, जिसमें किसी भी प्रकार की आपदा से निपटने के लिए हर गांव में छोटी-छोटी समितियां गठित करने का भी सुझाव दिया गया। इसके अलावा क्लस्टर आधारित खेती को बढ़ावा देने, जल स्रोतों के पुनरुद्धार के लिए ठोस कार्य करने, पारंपरिक फसल आधारित गांव बनाने, पशुपालन में देशी गाय पालन के फायदे की जानकारी देने एवं पारंपरिक घराटों को बढ़ावा देने के साथ ही अपग्रेड करने का भी सुझाव दिया गया। इस मौके पर मेजर आरएस जमनाल (रिटायर्ड), सेवानिवृत्त प्रधानाचार्य रमा डोभाल, तरुण पर्यावरण विज्ञान संस्थान के नरेंद्र दत्त, रेणुका समिति संदीप उनियाल, पूर्व सैनिक मुरारी सिंह पोखरियाल, गोपाल थपलियाल आदि मौजूद रहे।