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DevBhoomi Insider Desk
• Fri, 24 Mar 2023 4:46 pm IST


Startup: कभी बच्चे के दूध के लिए नहीं थे पैसे, हर मुश्किल को पार कर शख्स ने खड़ी कर दी 800 करोड़ की कंपनी


जिंदगी है तो मुश्किलें भी हैं। कुछ लोग इन मुश्किलों का सामना करते हुए अपनी राह बना लेते हैं। वहीं कुछ इनके सामने  घुटने तक देते हैं और जो जैसा है उसी में खुद को ढाल लेते हैं। आज हम आपको एक ऐसे शख्स के संघर्ष का किस्सा सुनाएंगे जो पिता की मौत के सदमे से 10वीं क्लास में फेल हो गया था। इसके बाद कमाई का कोई जरिया न होते हुए भी उसकी शादी हो गई और वह एक बच्चे का पिता बन गए। ये वह वक्त था जब उनके रहने के लिए सिर्फ एक कमरा था। एक समय ऐसा भी आया जब उसके पास अपने बच्चे के लिए दूध लाने तक के भी पैसे नहीं थे। लेकिन इन मुश्किल दौर में भी उन्होंने हर नहीं मानी और 800 करोड़ रुपये की संपत्ति के मालिक बन गए। इस शख्स का नाम है विजय केडिया। कोलकाता के एक मध्यम वर्गीय परिवार में जन्मे मशहूर निवेशक विजय केडिया के पिता स्टॉक ब्रोकर थे, लेकिन विजय जब 10वीं क्लास में थे, तभी पिता का निधन हो गया। इस घटना का उनके मन पर ऐसा असर पड़ा कि वह ठीक से परीक्षा तक नहीं सके और 10वीं में फेल हो गए। 
पिता के निधन के बाद परिवार के सामने गंभीर आर्थिक संकट आ गया। हालांकि मां के कहने पर जैसे तैसे उन्होंने ग्रेजुएशन तक की पढ़ाई पूरी की और फिर कुछ काम धंधा करने का विचार करने लगे, लेकिन उन्हें समझ नहीं आ रहा था कि वह क्या करें। इसके बाद उन्होंने शेयर बाजार में ट्रेडिंग शुरू की। इससे जो कमाई होती उससे बमुश्किल घर का खर्च चलने लगा। इसी बीच  इनकी शादी हो गई और जल्द ही वह एक बच्चे के पिता भी बन गए। शुरू में तो उन्होंने ट्रेडिंग से  थोड़े बहुत पैसे कमाए लेकिन फिर तगड़ा झटका लग गया।  एक बार तो ये स्थिति हो गई के मां कि गहने तक बेचने की नौबत आ गई। कई बार ऐसा लगता कि अब  गाड़ी पटरी पर आ रही है तभी कोई बड़ा नुकसान हो जाता। एक दिन तो ऐसी स्थिति हो गई कि विजय केडिया के पास बच्चे के लिए दूध लाने तक के पैसे नहीं बचे। हुआ ये कि एक दिन बच्चा भूख के मारे बेतहाशा रो रहा था, उनकी पत्नी ने दूध का डिब्बा लाने को कहा,  जिसकी कीमत उस वक्त मात्र 14 रुपये थी, लेकिन केडिया के पास उतने रुपये भी नहीं थे के वह दूध का डिब्बा ला सकें। इस पर पत्नी ने किसी तरह घर में इधर-उधर रखे, बिखरे सिक्के इकट्‌ठे करके 14 रुपये का जुगाड़ किया तब जाकर बच्चे के लिए दूध का जुगाड़ हो सका।
इसके बाद साल 1990 के शुरुआती दौर में विजय केडिया कोलकाता छोड़कर मुंबई आ गए। मुंबई में उनकी किस्मत ने उनका खूब साथ दिया। साल 1992 का मशहूर बुल रन आया। इसमें बहुत से निवेशको ने मोटा मुनाफा कमाया। इन निवेशकों में विजय केडिया भी थे। दरअसल, विजय कोलकाता से पंजाब ट्रैक्टर्स के शेयर लाए थे, जिसकी कीमत उस वक्त  35 हजार रुपये थी। बुल रन में इसकी कीमत में पांच गुना का इजाफा हुआ। विजय ने  इसे बेचकर एसीसी के शेयर खरीद लिए।  इसके दाम भी एक साल में 10 गुना बढ़ गए। यह उनकी जिंदगी की बहुत बड़ी कामयाबी थी।  इसके बाद  विजय में कभी भी पीछे मुड़कर नहीं देखा। उन्होंने मुंबई में घर खरीदा और परिवार को भी कोलकाता से मुंबई  बुला लिया।
वहीं विजय को अभी एक और झटका मिलने वाला था। बुल रन के बाद जैसा कि मार्केट बुरी तरह क्रैश होता है, उस दौरान भी हुआ। इस झटके में उनकी सारी जमा-पूंजी डूब गई।  वे बहुत मुश्किल से कुछ पैसे और घर बचा पाए, लेकिन एक लंबे इंतजार के बाद साल 2002-3 में फिर बुल रन आया। इस दौरान केडिया ने बचे हुए कुछ शेयर बेचे और तीन कंपनियों के शेयर खरीद लिए।  इन तीनों के स्टॉक्स 10 साल में 100 गुना बढ़ गए और अब विजय  केडिया की गिनती सफल निवेशकों में होने लगी।  साल 2009 में उन्होंने दूध की एक कंपनी खरीदी और अपनी पत्नी को गिफ्ट कर दी। उन्होंने पत्नी से कहा कि यह गिफ्ट उस दिन के लिए जब मैं दूध के लिए 14 रुपये भी नहीं दे पाया था। विजय केडिया मौजूदा समय में करीब 800 करोड़ रुपये संपत्ति के मालिक हैं।