बागेश्वर: केंद्र सरकार के चुनावी बजट में पहाड़ की महिलाओं के लिए चलाई जा रही महिला सशक्तीकरण की योजनाओं को फोकस किया है। इससे पहाड़ में रह रही महिलाओं को लाभ मिलेगा। आंगनबाड़ी अपग्रेड होंगे तो यहां की गर्भवती महिलाओं को भी इसका लाभ मिलेगा। इसी विभाग से उन्हें पुष्टाहार आदि वितरित किया जाता है। इसके अलावा आंगनबाड़ी केंद्र अपग्रेड होंगे तो शिक्षा का भी स्तर सुधरेगा। यही केंद्र पहाड़ के बच्चों के लिए नर्सरी का काम करते हैं। इसके अलावा राष्ट्रीय विकास कार्यक्रम को पीपीपी मोड में देने से इसका नुकसान पहाड़ के लोगों को होगा। पूर्व में पहाड़ों में जो भी अस्पताल आदि पीपीपी मोड में दिए गए उसका नतीजा अच्छा नहीं रहा। बाद में सरकारों ने इस फैसले को बदला है। पहली गलती से सरकार सबक नहीं ले रहे हैं। इसके अलावा आयकर में छूट नहीं देने से पहाड़ के नौकरी करने वाले लोग खासे निराश हैं, इसमें छूट बढ़ानी चाहिए थी। छोटे किसानों को आर्थिक सहायता का प्रावधा किया है, लेकिन सहायता लेने की प्रक्रिया सरल होनी चाहिए। तभी पहाड़ के लोगों को इसका लाभ मिलेगा।