चम्पावत: बस्तिया गांव में हाथी ने फिर से उत्पात मचाया है। काश्तकारों की फसलों के साथ-साथ फलदार वृक्षों को भी तबाह कर दिया है। यही नहीं हाथी को भगाने गए ग्रामीणों ने बमुश्किल भाग कर जान बचाई। टनकपुर से करीब आठ किमी की दूरी पर एनएच किनारे बसे बस्तिया गांव में जंगली हाथियों का उत्पात थमने का नाम नहीं ले रहा है। शनिवार शाम को जंगली हाथी ने फिर से गांव में खड़ी फसल को बुरी तरह रौंद दिया। ग्राम प्रधान कविता धोनी ने बताया कि बीती रात हाथी ने गांव में घुसकर फसल तबाह कर दी है। बताया कि हाथी को भगाने गए काश्तकारों को खुद की जान बचानी मुश्किल हुई। बताया कि काश्तकार मान सिंह, भरत सिंह, मोहिन अधिकारी, अंबादत्त, जयमल सिंह, पूरन सिंह, नारायण दत्त, किशोर सिंह के खेतों में घुसकर खड़ी गेहूं की फसल और फलदार वृक्षों को हाथी ने नुकसान पहुंचाया है। वन दरोगा निर्मल चंद खुल्बे और उनकी टीम ने रात भर यहां गश्त की। ग्राम प्रधान ने वन विभाग से सोलर फेंसिंग लगाने की मांग की है।