लखनऊ: योगी सरकार ने ‘एक जिला, एक मेडिकल कॉलेज’ कार्यक्रम को आगे
बढ़ाते हुए छह जिलों में
पीपीपी मॉडल पर मेडिकल कॉलेज खोलने के लिए टेंडर जारी कर दिए हैं। टेंडर प्रक्रिया
के जरिए महोबा, बागपत, मैनपुरी, हमीरपुर, हाथरस और कासगंज
में मेडिकल कॉलेज खोलने के लिए निवेशकों को चयनित किया जाएगा। गौरतलब है कि केंद्र
सरकार ने वायबलिटी गैप फंडिंग (VGF) स्कीम के तहत
छह जिलों में और मेडिकल कॉलेज खोलने की सैद्धांतिक सहमति दे दी है।
जेम पोर्टल पर भी अपलोड की डिटेल
प्रमुख सचिव चिकित्स शिक्षा आलोक कुमार ने बताया कि उत्तर
प्रदेश पहला राज्य है, जिसने पीपीपी
मॉडल पर मेडिकल कॉलेज खोलने के लिए टेंडर जारी किए हैं। टेंडर की डिटेल जेम पोर्टल
पर भी अपलोड की गई है। गौरतलब है कि केंद्र सरकार के आर्थिक कार्य मंत्रालय ने
वीजीएफ स्कीम के तहत पीपीपी मोड पर छह जिलों में मेडिकल कॉलेज खोलने की अनुमति दी
है। इन्हें खोलने में करीब 1525 करोड़ रुपये का खर्च आएगा और केंद्र सरकार सब्सिडी का लगभग
1012 करोड़ रुपये भार
उठाएगी। एक कॉलेज को औसतन 160 करोड़ रुपये की
सब्सिडी मिलेगी। इसके तहत महराजगंज और शामली में मेडिकल कॉलेज खोलने के लिए निवेशकर्ता
का चयन कर कार्य शुरू हो गया है। अगले साल तक महराजगंज में उपचार भी शुरू होने की
संभावना है। इसके अलावा शामली और मऊ में मेडिकल कॉलेज प्रक्रियाधीन है।
मिलेंगी सुलभ चिकित्सा सेवाएं
चिकित्सा शिक्षा के प्रमुख सचिव आलोक कुमार ने बताया कि
सीएम योगी के आम लोगों को बेहतर और सुलभ चिकित्सा सेवाएं उपलब्ध कराने की दिशा में
यह बड़ा कदम है। केंद्र सरकार के प्रस्ताव स्वीकृत करने से राज्य सरकार के धन की
बचत होगी। राज्य सरकार जिला अस्पताल और भूमि 33 साल की लीज पर देगी। इसके बाद निवेशकर्ता मेडिकल कॉलेज वापस कर देगा। वह राज्य
सरकार की संपत्ति होगी। साथ ही स्टांप ड्यूटी में छूट और उपकरण सब्सिडी आदि देगी।