उत्तराखंड में स्वास्थ्य सेवा अहम हिस्सा है, क्योंकि प्रदेश की भौगोलिक परिस्थिति जटिल होने के कारण स्वास्थ्य सेवा उबड़-खाबड़ रास्तों में ही दम तोड़ देती है. जिससे गांव आज भी स्वास्थ्य सेवा से वंचित हैं. जिले के अस्पताल डॉक्टरों की कमी से जूझ रहे हैं. वहीं प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री धन सिंह रावत का कहना है कि केंद्र सरकार 10 लाख की आबादी वाले जिलों में मेडिकल कॉलेज स्थापित करने जा रही है. उन्होंने कहा कि चमोली और उत्तरकाशी में मेडिकल कॉलेज स्थापित करने के लिए प्रस्ताव भेजा जाएगा. जिससे लोगों को बेहतर स्वास्थ्य का लाभ मिल सके.
गौर हो कि उत्तराखंड की वर्तमान स्थिति देखें तो राज्य में कई स्पेशलिस्ट डॉक्टरों की कमी बनी हुई है. जिसका सबसे ज्यादा बुरा हाल पहाड़ों पर पड़ रहा है. लोगों को बेहतर इलाज के लिए शहरों का रुख करना पड़ रहा है. जिससे उनसे बेहतर इलाज के लिए आर्थिक बोझ डाला जाता है. प्रदेश में स्वास्थ्य सुविधाओं को सुदृढ़ करने के सरकार लाख दावे करती है, लेकिन तस्वीर ठीक उलट नजर आती है. वहीं अगर सब कुछ ठीक ठाक रहा तो जल्द प्रदेश के दो सीमांत जनपदों को मेडिकल कॉलेज मिल सकते हैं. इसके लिए चिकित्सा शिक्षा विभाग केंद्र सरकार को प्रस्ताव भेजने जा रहा है. ये मेडिकल कॉलेज जनपद चमोली और उत्तरकाशी में बनाये जाने की कार्य योजना है.