अगर आपको भी धूल-मिट्टी के संपर्क में आते ही लगातार छींके आने लगती हैं या फिर सांस लेने में परेशानी होती है तो हो सकता है आपको डस्ट से एलर्जी हो। दरअसल, धूल, मिट्टी, प्रदूषण के कणों में कई तरह के बैक्टीरिया मौजूद होते हैं। जो मुंह या नाक के रास्ते, व्यक्ति के शरीर में प्रवेश कर जाते हैं। व्यक्ति की इम्यूनिटी जब इन बैक्टीरिया से खुद की रक्षा नहीं कर पाती तो व्यक्ति को डस्ट से एलर्जी होने लगती है। चिंता की बात यह है कि व्यक्ति को डस्ट से एलर्जी घर के बाहर ही नहीं बल्कि अंदर भी हो सकती है। आइए जानते हैं आखिर क्या होते हैं डस्ट एलर्जी के लक्षण और इससे बचाव के उपाय।
डस्ट एलर्जी से बचाव के उपाय-
बेडशीट और तकिए का कवर चेंज करें- आपकी बेडशीट पर भी डस्ट एलर्जी फैलाने वाले बैक्टीरिया मौजूद हो सकते हैं। एलर्जी से बचने के लिए आप अपने घर की बेडशीट और तकिए का कवर नियमित रूप से चेंज करें।
गंदे कपड़ों को गर्म पानी में धोएं- एलर्जी से बचने के लिए बिस्तर की चादर, गंदे कपड़े गर्म पानी में धोएं। ऐसा करने से चादर और कपड़ों में मौजूद बीमार करने वाले जीवाणु मर जाते हैं। कपड़ों को धोने के बाद धूप में जरूर सुखाएं।
सेब के सिरके का इस्तेमाल करें- डस्ट से होने वाली एलर्जी से बचने के लिए आप सेब के सिरके का यूज कर सकते हैं। सेब के सिरके में मौजूद एंटी इंफ्लेमेटरी गुण एलर्जी से बचाव करते हैं। इसके लिए आप सुबह एक गिलास गर्म पानी में एक चम्मच सेब के सिरका मिलाकर पी लें।
शहद- धूल मिट्टी से होने वाली एलर्जी से बचने के लिए आप शहद ही मदद भी ले सकते हैं। शहद में एलर्जी दूर करने वाले गुण मौजूद होते हैं। इस उपाय को करने के लिए आप गर्म पानी के साथ शहद ले सकते हैं।
स्ट्रीट फूड खाने से बचें- डस्ट एलर्जी से बचने के लिए सड़क किनारे मिलने वाले स्ट्रीट फूड को खाने से बचें। खुले में रखे खाने में बैक्टीरिया पैदा हो जाते हैं। इस तरह का खाना न सिर्फ आपको डस्ट एलर्जी बल्कि फूड पॉइजनिंग का शिकार भी बना सकता है।