भालुओं का आतंक आये दिन गावों और बस्तियों में रह रहे लोगों के लिए डर पैदा कर रहा है। उत्तराखंड में पाये जाने वाला हिमालयन भालू या हिमालयन ब्लैक बेयर आईयूसीएन (IUCN) की लिस्ट में कमज़ोर प्रजातियों में शामिल है। उनके सरक्षण के लिए वन विभाग कई तरह की योजनाएं चला रहा है। पर इन योजनाओं में आये दिन मानव पशु संघर्ष से संकट पैदा हो जाता है। इस संकट से जूझने के लिए वन विभाग समय समय पर कई तरह की योजनाएं चलाते हैं। वन विभाग के द्वारा इस बार भालुओं के आतंक से निपटने के लिए एक योजना चलायी जा रही है जिसमें वन विभाग द्वारा विभिन्न गावों के लोगों के छोटे समूह बना कर उन्हें एक स्प्रे दिया जाएगा जिसे भालू के हमले के दौरान प्रयोग किया जाएगा। भालू के हमलों का कारण जानने देवभूमि इनसाइडर संवाददाता रश्मि पंवार ने वन विभाग के अपर प्रमुख वन संरक्षक आर के मिश्रा से बात की।