स्नातक स्तरीय परीक्षा के पेपर लीक का मास्टरमाइंड उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग की आउटसोर्स कंपनी आरएमएस टेक्नो सॉल्यूशन का मालिक राजेश चौहान ही है। उसने ये पेपर दो करोड़ रुपये में केंद्रपाल नाम के दलाल को बेचा था।
और सारा पैसा हाकम सिंह रावत के साथी केंद्रपाल ने उसके कई रिश्तेदारों को दिया। केंद्रपाल ने सारा जुर्म खुद कबूल किया है। देर रात हुई पूछताछ के बाद एसटीएफ ने राजेश चौहान को गिरफ्तार कर लिया। कोर्ट के आदेश पर उसे जेल भेज दिया गया। एसटीएफ के एसएसपी अजय सिंह ने बताया कि पेपर लीक मामले में शुक्रवार तक आरएमएस टेक्नो सॉल्यूशन के तीन कर्मचारियों को भी गिरफ्तार किया गया था।
बार-बार इन्हीं कर्मचारियों का नाम सामने आ रहा था। किसी के हिस्से में 35 लाख रुपये आए थे तो किसी के 40 लाख रुपये। कहीं न कहीं जांच टीम इसमें कंपनी के किसी बड़े अधिकारी का हाथ भी मानकर चल रही थी। दो बार कंपनी के मालिक राजेश चौहान और धामपुर निवासी प्रतियोगी परीक्षाओं के दलाल केंद्रपाल को गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ में उसने राजेश चौहान का नाम लिया। केंद्रपाल ने बताया कि, वो राजेश चौहान को सालों से जानता है। उसने ही इस परीक्षा से पहले चौहान से संपर्क किया और पेपर लीक कराने को कहा।
उनका सौदा दो करोड़ रुपये में हुआ। यह पैसा किसी बैंक अकाउंट में न देकर उसके धामपुर निवासी रिश्तेदारों को दिया गया। कुछ पैसा धामपुर में ही उसकी ससुराल के लोगों को भी दिया गया।