विवि परिसर में जिनके कंधों पर बिजली चोरी रोकने का दायित्व है, उन्हीं की मिलीभगत से लीज होल्डर कटिया डालकर विवि के राजस्व में सेंध लगा रहे हैं। जब जिम्मेदारों को मामले की सूचना दी गई तो उन्होंने सिर्फ कटिया हटवाकर अपने कर्तव्यों की इतिश्री कर दी।
जीबी पंत कृषि विश्वविद्यालय के अधीन विवि फार्म निदेशालय की लगभग पांच हजार एकड़ कृषि भूमि दो वर्षीय अनुबंध कर किसानों को लीज पर दी जाती है। इसके तहत लीज होल्डरों को विद्युत विभाग से अस्थायी कनेक्शन लेकर अपने प्रक्षेत्र में सिंचाई करनी होती है। विवि से एमओयू के बाद अप्रैल में हल्द्वानी के व्यवसायी को पी-ब्लॉक में 35 एकड़ भूमि दी गई है। इसमें वह मटर के साथ ही सेब की पौध तैयार कर रहे हैं। लगभग पंद्रह दिन पूर्व विद्युत विभाग के औचक निरीक्षण में सामने आया कि उन्होंने अभी तक कनेक्शन नहीं लिया है। जबकि कटिया डालकर साढ़े पांच हार्स पावर की विद्युत मोटर दिन रात चलाकर सिंचाई की जा रही है।