भारत के उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने असम के डिब्रूगढ़ विश्वविद्यालय के 21वां दीक्षांत समारोह में शिरकत की। जहां लोगों को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि, भारत एक जीवंत लोकतंत्र देश है और इसक छवि को धूमिल या कलंकित करने का हक किसी का नहीं है।
धनखड़ ने कहा कि, कुछ लोग देश के बाहर विभिन्न आरोपों के माध्यम से देश की छवि को खराब करते हैं। देश में लोगों को उनके अधिकार नहीं मिलते हैं जैसी झूठी अफवाहें फैलाते हैं। गौरतलब है कि, कुछ दिन पहले कांग्रेस नेता राहुल गांधी लंदन में एक कार्यक्रम के दौरान कहा था कि, संसद में भाजपा अन्य नेताओं के माइक बंद कर देती है जिससे उन्हें बोलने का मौका नहीं मिलता है।
इतना ही नहीं आरएसएस पर भी निशाना साधते हुए कहा था कि, देश में इस संगठन की वजह से लोकतांत्रिक प्रक्रिया की प्रकृति पूरी तरह से बदल गई है। राहुल ने आरोप लगाया था कि, नोटबंदी, जीएसटी और चीन का भारत में घुसने का प्रयास करना जैसे गंभीर मुद्दों पर हमें बात करने की इजाज़त नहीं ।
इन सब आरोपों को बताने के बाद बिना किसी के नाम लिए धनखड़ ने कहा- "जब सब कुछ सही चल रहा है, तो हमारे लोकतंत्र की निंदा क्यों? देश के बाहर और अंदर भी यह बात करते हैं कि हमारे पास लोकतांत्रिक मूल्य नहीं हैं। मैं बिना डरे भरोसे के साथ कह सकता हूं कि आज की तारीख में भारत दुनिया का सबसे जीवंत कार्यात्मक लोकतांत्रिक देश है।"