देहरादून : भारत सरकार द्वारा जनपद देहरादून स्थित आयुष्मान आरोग्य मन्दिर शमशेरगढ़ को प्रतिष्ठित राष्ट्रीय गुणवत्ता आश्वासन मानक (NQAS) प्रमाणपत्र से सम्मानित किया गया है। यह प्रमाणपत्र राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के अंतर्गत संचालित राष्ट्रीय गुणवत्ता आश्वासन कार्यक्रम के तहत दिया गया। भारत सरकार की गाइडलाईन अनुसार स्वास्थ्य केंद्र शमशेरगढ़ को 1,26,000 रूपये की प्रोत्साहन धनराशि से भी सम्मानित किया जायेगा।
स्वाति एस भदौरिया, मिशन निदेशक, राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन द्वारा बताया गया कि भारत सरकार से नामित दो सदस्य मूल्यांकनकर्ताओं द्वारा आयुष्मान आरोग्य मन्दिर शमशेरगढ़ में गुणवत्ता आश्वासन मानक के तहत मूल्यांकन पूर्व में किया गया था। जिसमें क्वालिटी सर्टिफिकेशन के दौरान स्वास्थ्य केन्द्र में मातृत्व स्वास्थ्य, शिशु एवं बाल स्वास्थ्य, किशोर स्वास्थ्य व परिवार नियोजन आदि से जुड़ी सेवाओं का राष्ट्रीय मूल्यांकन किया गया।
उन्होंने बताया कि क्वालिटी एश्योरेंस मानकों के अंतर्गत आयुष्मान आरोग्य मन्दिर शमशेरगढ़ की गुणवत्ता एवं उत्तम स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान करने हेतु राज्य स्तर से निरंतर मेन्टरिंग एंव सहयोग प्रदान किया गया। लगभग 1.5 वर्षों से स्वास्थ्य केन्द्र में एन.क्यू.ए.एस. प्रमाणपत्र प्राप्त कराने हेतु निरन्तर प्रयास किए गये। जिला क्वालिटी एश्योरेंस टीम, स्वास्थ्य केन्द्र की सामुदायिक स्वास्थ्य अधिकारी, ए.एन.एम., आशाऐं व संबंधित कर्मचारी के निरन्तर प्रयासों के परिणाम स्वरूप स्वास्थ्य केन्द्र को एन.क्यू.ए.एस. प्रमाणपत्र प्राप्त हुआ।
क्वालिटी एश्योरेंस कार्यक्रम के अंतर्गत प्रदेश के समस्त जनपदों की 36 स्वास्थ्य इकाईयों को सुदृढ़ किये जाने व NQAS सर्टिफिकेशन हेतु मूल्यांकनकर्ताओं की टीम द्वारा मेन्टरिंग विजिट किया गया। मेन्टरिंग विजिट का उद्देश्य स्वास्थ्य इकाइयों को सुदृढ़ करना है ताकि आमजन को गुणवत्तापूर्ण सुविधा मिल सके है।
वर्तमान तक प्रदेश के विभिन्न चिकित्सा इकाइयों को 11 एन.क्यू.ए.एस. प्रमाणपत्र एवं 19 लेबर रूम क्वालिटी इम्प्रूवमेंट इनिशिएटिव (LaQshya) सर्टिफिकेशन से भारत सरकार द्वारा सम्मानित किया गया है। इस वित्तीय वर्ष 2024-25 में वर्तमान तक प्रदेश की स्वास्थ्य इकाइयों को 4 राष्ट्रीय सर्टिफिकेशन प्राप्त हुए हैं जिनमें 1 LaQshya एवं 3 NQAS प्रमाणपत्र है। राज्य के 02 आयुष्मान आरोग्य मन्दिर को NQAS प्रमाणपत्र मिल चुका है।
प्रदेश में आम जनमानस को स्वास्थ्य लाभ देने के लिए स्वास्थ्य सेवाओं को सुदृढ़ करने हेतु भविष्य में अधिक से अधिक चिकित्सा इकाईयों को गुणवत्ता प्रमाणपत्र देने के लिये निरंतर प्रयास किये जा रहे है।