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DevBhoomi Insider Desk
• Mon, 9 Dec 2024 5:23 pm IST


सांदर गांव में पांडव नृत्य देखने उमड़ रहे लोग


मुख्यालय से लगे सांदर गांव में इन दिनों बड़ी संख्या में लोग पांडव नृत्य देखने पहुंच रहे हैं। पांडव नृत्य समिति के सहयोग से चल रहे धार्मिक अनुष्ठान में 15 दिसम्बर को चक्रव्यूह का मंचन किया जाएगा। जबकि 18 दिसम्बर को मोरू डाली कौथिग के साथ पांडव नृत्य का समापन होगा। सांदर गांव में बीते 4 दिसम्बर से पांडव नृत्य का आयोजन किया जा रहा है। पांडवों के पश्वा दिन और रात में नृत्य कर रहे हैं। साथ ही मौजूद लोगों को आशीर्वाद दे रहे हैं। सोमवार सुबह पुजारी ने गंगेय, हीत, विनसर, शंकरनाथ, दक्षिण काली, उफराई देवी के निशानों की पूजा-अर्चना कर भोग लगाया। जिसके बाद पांडव पश्वों ने अपने अस्त्र शस्त्र के साथ ढोल दमाऊं की थाप पर नृत्य शुरू किया। करीब दो घंटे तक चल रहे पांडव नृत्य का लोग भरपूर आनंद ले रहे हैं। पांडव नृत्य के लिए गांव की बेटियां भी अपने मायके पहुंचनी शुरू हो गई है। ताकि वह भी पांडवों से अपने परिवार की सुख समृद्धि का आशीर्वाद ले सके। इधर, 15 दिसम्बर को सांदर में भव्य रूप से चक्रव्यूह का आयोजन किया जाएगा। जिसमें गांव तमाम कलाकारों अपनी जोरदार प्रस्तुतियां देंगे। चक्रव्यूह मंचन को लेकर पांडव नृत्य समिति ने तैयारियां शुरू कर दी है। निवर्तमान प्रधान भूपेन्द्र जगवाण ने बताया कि पांडव नृत्य में दिन एवं रात्रि के समय पांडव नृत्य कर भक्तों को अपना आशीर्वाद दे रहे है। बताया कि पांडव नृत्य में 15 दिसम्बर को चक्रव्यूह मंचन, 16 दिसम्बर को गेंडा कौथिग, 17 दिसम्बर को पांडवों का गंगा स्नान और 18 दिसम्बर को मोरू डाली कौथिग के साथ पांडव नृत्य का समापन किया जाएगा। उन्होंने अधिक से अधिक लोंगो से पांडव नृत्य में पहुंचने की अपील की। इस मौके पर पांडव नृत्य समिति के अध्यक्ष खजान सिंह जगवाण, जलम सिंह, सुरेन्द्र सिंह, कुंदन सिंह, धाम सिंह, उमेद सिंह, शिव राज सिंह, हरीश सिंह, दलवीर सिंह, उमेश सिंह, योगम्बर सिंह सहित कई ग्रामीण मौजूद थे।