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• Fri, 26 Jul 2024 5:35 pm IST


आपके फोन में कौन झांक रहा


ऑफिस के हमारे एक सहयोगी काम खत्म कर घर जाने की तैयारी कर ही रहे थे कि किसी अनजान नंबर से उन्हें वट्सऐप कॉल आया, जिस पर पुलिस इंस्पेक्टर की तस्वीर लगी हुई थी। कॉल करने वाले ने उनका नाम लेते हुए पूछा, आपके बेटे का नाम यह है? हां बोलने पर पूछा कि अभी कहां है वह? हमारे साथी ने कहा गुजरात, तो कॉलर ने तुरंत कहा कि हम गुजरात पुलिस से बोल रहे हैं। आपके बेटे और उसके तीन दोस्तों को हमने रेप केस में पकड़ा है। अभी हमने इस पर केस दर्ज नहीं किया है, आप बताएं, यहीं मामला सेटल करना है या इसे अंदर कर दें।

बेटा कहां है पूछने पर कॉलर बोला, लो खुद उससे बात कर लो। उधर से एक लड़का रोते हुए बोलता है, पापा मुझे बचा लो। इससे आगे बात कराए बिना ही कॉलर फोन छीनते हुए बोलता है, देखो बाहिर मीडिया वाले खड़े हैं, पांच लाख देते हो तो यहीं केस खत्म कर देंगे। हमारे साथी ने पूछा कि गुजरात के किस थाने से बोल रहे हो, तो उनकी बात अनसुनी कर वह फोन पर ही सेटलमेंट करने की बात दोहराता रहा।

चूंकि अखबार में हम हर रोज़ इस तरह की धोखाधड़ी की खबरें छापते रहते हैं, इसलिए हमारे साथी ऐसे फ्रॉड से वाकिफ तो थे, लेकिन फिर भी उन्हें एक बार लगा कि वाकई बेटा कहीं फंस न गया है। लेकिन जब बार-बार पूछने पर भी कॉलर ने नहीं बताया कि किस थाने से बोल रहा है तो इन्होंने फोन काट दिया। और झट से वडोदरा में पढ़ रहे अपने बेटे को फोन मिला दिया। बेटा अपनी क्लास में था तो वह फोन नहीं उठा पाया, पर पिता के कई फोन आने पर मेसेज कर दिया कि पापा क्लास में हूं, दस मिनट में फ्री होकर बात करता हूं। तब जाकर इनकी जान में जान आई।

पिछले कुछ दिनों में पाकिस्तान के नंबर से इस तरह के कॉल कई लोगों को आ चुके हैं। हमारे साथी को तो आभास था कि यह स्पैम कॉल हो सकता है इसलिए वह ठग की बातों में नहीं आए। लेकिन हर कोई इस तरह हिम्मत नहीं कर पाता, खासकर जब ठग एआई के ज़रिए आपके बच्चे की आवाज़ सुनाकर डरा रहे हों। हाल के दिनों में डिजिटल अरेस्ट के ऐसे कई मामले आए हैं, जिनमें डर के मारे लोगों ने ठगों के खाते में पैसे भी ट्रांसफर कर दिए। ठग आपको फोन न काटने की धमकी देकर बैठाए रखते हैं और किसी को भी कॉल नहीं करने देते। इनके निशाने पर ऐसे लोग होते हैं, जिनके बच्चे किसी दूसरे शहर या देश में रहते हैं। इन ठगों को बस आपका और बच्चे का नाम पता होता है और यह कि वह कहीं बाहर है।

पिछले हफ्ते हमारे एक परिजन को भी अनगिनत अनजान नंबरों से सैकड़ों स्पैम कॉल आए। सबमें अमेरिका में रहने वाली उनकी दोस्त को कॉन्फ्रेंस कॉल पर लाने की ज़िद कि वे लोन नहीं चुका रही हैं। ऐसा करने से मना करने और फोन काटने पर कॉलर धमकियों पर उतर आए कि बात नहीं कराई तो जीना मुश्किल कर देंगे। तीन दिनों में न जाने कितने नंबर ब्लॉक किए होंगे, लेकिन वो लोग अलग-अलग नंबरों से कॉल कर मानसिक प्रताड़ना देते रहे।

सवाल यह है कि आखिर इन ठगों तक आपकी निजी जानकारी कहां से पहुंच रही है। दरअसल, हमारे फोन में बैंकिंग, शॉपिंग समेत ढेरों ऐप्स हैं। अपनी कॉन्टैक्ट लिस्ट और फोटोज़ तक पहुंच को मंज़ूरी दिए बिना हम इन पर आगे बढ़ ही नहीं सकते। ज़ाहिर है डेटा वहीं से लीक हो रहा है। ऐसे कई मामले आ चुके हैं, जिनमें ठगों ने किसी बैंककर्मी को साथ मिलाकर उससे अकाउंट होल्डर्स की डिटेल निकलवा लीं। हाल में दुनियाभर के 10 अरब से अधिक पासवर्ड लीक होने की खबर आई थी। पिछले साल एक अमेरिकी फर्म ने दावा किया था कि भारत के करीब 82 करोड़ लोगों का डेटा लीक हुआ है। इस डिजिटल दुनिया में हमारी प्राइवेसी पूरी तरह खत्म हो चुकी है। हर वक्त कोई हमें सुन रहा है, हम पर नज़र रख रहा है।

सौजन्य से : नवभारत टाइम्स