प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने प्रतिबंधित संगठन पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (पीएफआई) के खिलाफ धनशोधन की जांच के तहत केरल के मुन्नार जिले में चार विला और 6.75 एकड़ जमीन अपने कब्जे में ले ली है। संपत्ति की कुल कीमत 2.53 करोड़ रुपये (बुक वैल्यू) है और यह मुन्नार विला विस्टा प्राइवेट लिमिटेड की है। ईडी ने शनिवार को एक बयान में कहा कि संघीय जांच एजेंसी ने सात जनवरी को उन्हें अस्थायी रूप से कुर्क किया था और धन शोधन रोकथाम अधिनियम (पीएमएलए) के निर्णायक प्राधिकरण ने 30 जून को इसकी पुष्टि की। इसमें कहा गया है कि निर्णायक प्राधिकरण के आदेश ने एजेंसी के लिए जमीन और चार विला को अपने कब्जे में लेने का मार्ग प्रशस्त कर दिया।
पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (पीएफआई) को आतंकवादी गतिविधियों के साथ कथित संबंधों को लेकर पिछले साल सितंबर में गैरकानूनी गतिविधि रोकथाम अधिनियम (यूएपीए) के प्रावधानों के तहत प्रतिबंधित कर दिया गया था। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने कहा कि पीएफआई नेता और विदेशी संस्थाओं से जुड़े सदस्य मुन्नार में एक आवासीय परियोजना- मुन्नार विला विस्टा प्रोजेक्ट (एमवीवीपी) विकसित कर रहे थे, जिसका उद्देश्य विदेशों के साथ-साथ देश के भीतर एकत्र किए गए धन को 'सफेद' करना था, और पीएफआई के लिए धन उत्पन्न करना था ताकि इसकी कट्टरपंथी गतिविधियों को "वित्तपोषित" किया जा सके। यह परियोजना मुन्नार विला विस्टा प्राइवेट लिमिटेड (एमवीवीपीएल) के नाम से एक कंपनी बनाकर विकसित की जा रही थी।